नाहन: सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में स्थित डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में अब विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार हो सकेंगे. एमबीबीएस के बाद अब मेडिकल काॅलेज को पोस्ट ग्रेजुएशन (पी.जी.) की कक्षाएं लगाने की अनुमति भी मिल गई है. राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एन.एम.सी.) ने मेडिकल काॅलेज को इसकी मंजूरी दी है. एनएमसी ने मेडिकल काॅलेज को कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में पीजी की 3 सीटों पर कक्षाएं शुरू करने की अनुमति दी है.
एनएमसी टीम ने जनवरी में किया था दौरा: ऐसे में अब एमडी कम्युनिटी मेडिसिन की पढ़ाई करने वाले डॉक्टरों को यहां दाखिला मिल सकेगा. पोस्ट ग्रेजुएशन की कक्षाओं की अनुमति मिलना मेडिकल काॅलेज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. दरअसल पोस्ट ग्रेजुएशन की कक्षाएं शुरू करने के लिए पिछले महीने जनवरी में एनएमसी की टीम ने दौरा किया था. टीम ने यहां पहुंचकर मेडिकल काॅलेज प्रबंधन से पीजी के लिए उपलब्ध सुविधाओं सहित स्टाफ आदि को लेकर रिपोर्ट ली थी. साथ ही मेडिकल काॅलेज में पीजी के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया था. उसके बाद मेडिकल काॅलेज को एनएमसी ने कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट के पीजी के लिए कक्षाएं शुरू करने की अनुमति प्रदान की है.
इसी सत्र से शुरू होंगी कक्षाएं: मेडिकल कॉलेज नाहन के प्रिंसिपल डॉ. श्याम कौशिक ने बताया कि पिछले महीने जनवरी में पीजी के लिए टीम ने दौरा किया था और इसके लिए आवश्यक सभी सुविधाएं यहां पाई गई. लिहाजा कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में पीजी की 3 सीटों की अनुमति मिली है.उन्होंने बताया कि पीजी की स्वीकृति मिलने के बाद अब मेडिकल काॅलेज प्रबंधन इस दिशा में औचारिकताएं पूरी करने में जुटा हुआ है, जिन्हें पूरा करने के बाद इसी सत्र से तीनों सीटों के लिए पीजी की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी.
इसलिए मिली अनुमति: उन्होंने बताया कि एनएमसी के नियमों के मुताबिक किसी भी मेडिकल काॅलेज में पीजी करने आने वाले भावी एमडी डॉक्टरों के लिए जिस भी विभाग में पर्याप्त मात्रा में प्रोफेसर, फैकल्टी, स्टाफ, लेक्चर थियेटर, टीचिंग फैसिलिटी, रिसर्च आदि करने की सुविधाएं उपलब्ध होती हैं, उसी के तहत पीजी कक्षाएं शुरू करने की अनुमति मिलती है. लिहाजा कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में पीजी के लिए यहां उपलब्ध सुविधाओं को पूरा करने के बाद ही इसकी अनुमति मिली है.
आवेदन करने की इन्हें होगी अनुमति:प्रिंसिपल ने बताया कि ऑल इंडिया स्तर की पीजी नीट परीक्षा के माध्यम से ही भावी एमडी डॉक्टर का सिलेक्शन होता है. किसी भी राज्य का शख्स पीजी के लिए अप्लाई कर सकता है, जो भी यह परीक्षा क्वालीफाई करेगा, वह मेडिकल काॅलेज में पीजी के लिए भी आवेदन कर सकता हैं. ऐसे में देश के विभिन्न राज्यों से भावी एमडी डॉक्टर पहुंचेंगे, जो यहां कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में पीजी की शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ रिसर्च आदि भी करेंगे. उन्होंने बताया कि इस बार पीजी के लिए जो भी एंट्रेंस एग्जाम होगा, उसके साथ ही यहां भी इसी सत्र से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. अंडर ग्रेजुएशन के साथ-साथ अब पोस्ट ग्रेजुएशन भी काॅलेज के लिए एक बड़ी उपलब्धि रहेगी.