पांवटा साहिब: शिक्षा का व्यवसायीकरण करने वाले निजी स्कूलों पर सरकारी चाबुक चलना शुरू हो गया है. आज एआरटीओ ने सरकार के आदेश पर शहर के कई स्कूलों के बसों का नियम तोड़ने पर चालान काटा. इन स्कूलों में बच्चों को पशुओ की भांति ठूंस-ठूंस कर ले जाया जा रहा था. पांवटा साहिब एआरटीओ ने कार्रवाई करते हुए तकरीबन 20 स्कूली बसों का चालान काटा है. जिनमें पांवटा साहिब के कई नामी स्कूल भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि प्राइवेट स्कूल शिक्षा के नाम पर छात्रों के अभिभावकों से मोटी रकम वसूलते हैं. इसके बावजूद भी इन बच्चों को सुविधा के नाम पर बसों में भेड़-बकरियों की तरह ठूंस-ठूंस कर ले जाते हैं. कई दिनों से एआरटीओ को इसकी शिकायत मिल रही थी. सरकार के आदेश पर आज पांवटा साहिब में एआरटीओ ने चेकिंग अभियान चलाया. जिसमें कई प्राइवेट स्कूलों की बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को ले जाया जा रहा था. साथ ही बसों में मानकों की भी अनदेखी की जा रही थी.
सरकार की ओर से आदेश मिलते ही एआरटीओ सोना चौहान एक्शन मोड में आ गई. दोपहर बाद एआरटीओ ने शहर में चेकिंग अभियान चलाया. इन स्कूल बसों में मानको की अनदेखी की जा रही थी. साथ ही क्षमता से अधिक बच्चों को ले जाया जा रहा था. एआरटीओ ने 20 स्कूल बसों का चालान काटा है.
इन बसों में बच्चों को पशुओं की भांति ठूंस-ठूंस कर भरा गया था. बच्चे एक दूसरे की गोद में बैठे दिखे. वहीं, हैरत की बात है कि अभिभावक भी इस मामले को लेकर जागरूक नहीं हैं. मोटी फीस, स्कूल ड्रेस, किताब-कॉपी बेचने वाले निजी स्कूल संचालको का पेट भरने का नाम नहीं ले रहा है. एआरटीओ सोना चौहान ने बताया कि करीब 20 बसों का चालान काटा गया है.
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