पांवटा साहिब: हिमाचल अपनी संस्कृति के लिए ही नहीं बल्कि अपने खान-पान के लिए भी पूरी दुनिया में जाना जाता है. चंबा का मदरा हो या फिर मंडी की सेपू बड़ियां या फिर शिमला के सिड्डू हर कोई इनका दिवाना है. खाने के शौकीन लोगों के लिए हिमाचल किसी जन्नत से कम नहीं है.
हिमाचल के हर जिला अपने अलग-अलग खान-पान के लिए जाना जाता है. ठीक इसी तरह सिरमौर जिले का पांवटा साहिब शहर भी यहां की एक दुकान की वजह से काफी मशहूर है. पांवटा साहिब शहर में पाहवा स्वीट शॉप न सिर्फ यहां के लोगों बल्कि प्रदेश के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों तक भी अपनी पहचान रखती है.
पाहवा स्वीट शॉप की खासियत है यहां बनने वाले समोसे. इस दुकान में 22 प्रकार के समोसे तैयार किए जाते हैं. इस दुकान मे बने समोसे इतने मशहूर हैं कि पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड तक में समोसों की सप्लाई की जाती है. यहां तक विदेशों से भी लोग इन समोसों का स्वाद चखने के लिए यहां पहुंचते हैं.
वैसे तो आपने, हम सब ने दो या फिर चार प्रकार के समोसों के बारे में सुना होगा या फिर खाए होंगे, लेकिन सोचिए कि 22 प्रकार के समोसे आपके सामने हों तो आप क्या करेंगे. बड़ी बात ये है कि जो एक बार इस दुकान से समोसे खा लेता है वो इसके स्वाद का इतना दिवाना हो जाता है कि वह बार-बार इसे खाना चाहता है.
ये हैं 22 प्रकार के समोसे
पाहवा स्वीट शॉप में मिलने वाले समोसों की कीमत 10 रुपये से लेकर 70 रुपये तक है. इन समोसों में आलू समोसा 10 रुपये, पनीर समोसा 20 रुपये, पिज़्ज़ा समोसा 30, पास्ता समोसा 30, न्यूडल्स समोसा 20, चीज नूडल्स समोसा 30 रुपये, मंचूरियन समोसा 25, चॉकलेट फ्रूट नट समोसा 40, रबड़ी समोसा 30 रुपये, मेंगो समोसा 40.
स्ट्रोबेरी समोसा 40, चाइनीस समोसा 20, मटर मशरूम समोसा 30, मटर पनीर समोसा 30, मटर जिमीकंद समोसा 25, ड्राई फ्रूट समोसा 70, मैक्रोनी समोसा 25, मैगी समोसा 25, चीज पनीर समोसा 40, चिली पनीर समोसा 30, कढ़ाई पनीर समोसा 30, मिल्क पूडिंग समोसा 35.
दूसरे राज्यों में भी है यहां के समोसों की डिमांड
उत्तराखंड के व्यक्ति राकेश ने बताया कि वह यहां पर समोसे खरीदने के लिए पहुंचे हैं. यहां पर कई प्रकार के समोसे मिलते हैं और इनका समोसों का स्वाद भी जो एक बार चख लेता है, वह बार-बार यहां पहुंच जाता है. उन्होंने कहा कि इन समोसों की डिमांड ना केवल पांवटा में है, बल्कि उत्तराखंड में भी काफी डिमांड है.
शादी समारोह के लिए यहीं से खरीदे जाते हैं समोसे
शिलाई से पहुंचे रमेश चौहान ने बताया कि उनके घर पर छोटा सा फंक्शन है और यहां से समय स्पेशल समोसे बुक करवाने के लिए पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने अभी तक बहुत से राज्यों में दुकानें देखी हैं, लेकिन इतने प्रकार के समोसे की दुकान नहीं देखी है.
वहीं, 20 वर्ष से दुकान में काम कर रहे एक कारीगर राजेश कुमार ने बताया कि वहां पर अधिकतर समोसे ही बनाते हैं. उन्होंने कहा कि कई प्रकार के समोसे वह बनाते हैं. चाइनीस समोसे में चौमिन को काफी भूनकर समोसे में पैक किया जाता है. इसके अलावा मशरूम पनीर समोसे में पनीर और मशरूम को मिलाकर उसके बाद समोसा बनाया जाता है.
रोजाना सैकड़ों लोग खरीदते हैं समोसे
राजस्थान के कारीगर भीम सिंह ने बताया कि वह आगरा के रहने वाले हैं. इस दुकान में पिछले 20 वर्षों से समोसे बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर 22 प्रकार के समोसे अभी तक बनाए गए हैं. आने वाले समय में और समोसों पर काम चल रहा है. यहां पर ताजे समोसे ही लोगों को दिए जाते हैं और रोजाना सैकड़ों लोग यहां से समोसे ले जाते हैं.
50 तरह के समोसे बनाने का लक्ष्य
बता दें कि 45 वर्षों से पांवटा साहिब की दुकान में समोसे मिठाई का कार्य किया जा रहा है. दुकान का नाम पाहवा स्विट् शॉप है. 22 प्रकार के समोसे अभी तक बना दिए गए हैं. कारिगरों का इस वर्ष तक 50 का आंकड़ा पार करने का टारगेट बना हुआ है.
उनके माइंड में एक स्पेशल समोसे का नाम चल रहा है और वह है आइसक्रीम समोसा. इस पर काम जोरों से चल रहा है. आने वाली गर्मियों तक इस समोसे को ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा. रोजाना यहां पर 500 से अधिक लोग पहुंच जाते हैं
प्रदेश में केवल पांवटा में बनते हैं ऐसे समोसे
पाहवा स्वीट शॉप के मालिक ने बताया कि कम साधनों में ही उन्होंने काम शुरू किया था और काम बढ़ता चला गया. पहले यहां एक समोसा बनाया जाता था, फिर समय के साथ साथ दो समोसे बनाना शुरू कर दिया. वहीं, उन्होंने दावा किया कि हिमाचल में इतने समोसे और ऐसा स्वाद कहीं और नहीं मिल सकता. दूर-दूर से लोग यहां समोसे लेने के लिए पहुंचते हैं क्योंकि लोगों को यहां का स्वाद पसंद आ रहा है.
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