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बिना टाइगर सूनी पड़ी रेणुका जी लॉयन सफारी, शेरों की दहाड़ सुनने को तरसे पर्यटक - undefined

प्रसिद्ध श्री रेणुका जी तीर्थ स्थल जहां प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील के लिए जाना जाता है, वहीं यहां पर चिड़ियाघर सहित लॉयन सफारी भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. हैरानी की बात तो यह है कि वर्तमान में बिना टाइगर सालों से लॉयन सफारी सूनी पड़ी है और पर्यटक टाइगर की एक दहाड़ सुनने को तरस रहे हैं.

No tiger in renuka ji zoo
No tiger in renuka ji zoo
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Published : Dec 27, 2019, 11:27 AM IST

नाहन: सिरमौर जिला का प्रसिद्ध श्री रेणुका जी तीर्थ स्थल जहां प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील के लिए जाना जाता है, वहीं यहां पर चिड़ियाघर सहित लॉयन सफारी भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. हैरानी की बात तो यह है कि वर्तमान में बिना टाइगर सालों से लॉयन सफारी सूनी पड़ी है और पर्यटक टाइगर की एक दहाड़ सुनने को तरस रहे हैं.

दरअसल पिछले कई सालों से यहां पर सभी शेर खत्म हो चुके हैं, जिसके चलते लॉयन सफारी सूनी पड़ी है. सफारी के खाली पिंजरे देख पर्यटक भी मायूस हो रहे हैं. हालांकि लायन सफारी के लिए शेरों की बजाय टाइगर लाने के लिए केंद्रीय जू अथॉरिटी से बात की गई थी और टाइगर का एक जोड़ा यहां आना था, लेकिन अभी तक कोई टाइगर यहां नहीं पहुंचा है.

वीडियो रिपोर्ट.

इस पूरे मामले पर रेणुका जी के कांग्रेसी विधायक विनय कुमार ने सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि कई बार मामला विधानसभा में उठाया गया, लेकिन अब तक कुछ नहीं बना. विधायक विनय कुमार ने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि रेणुका लायन सफारी को लेकर कई सालों से प्रयास किया जा रहा है.

SirmourNo tiger in renuka ji zoo
रेणुका जी चिड़ियाघर.

इसको लेकर उन्होंने विधानसभा में भी कई बार मामला उठाया, जिस पर सरकार ने गुजरात से एक टाइगर का जोड़ा यहां लाने का आश्वासन भी दिया. हाल ही के शीतकालीन सत्र के दौरान वन मंत्री भी गोपालपुर गए थे और वहां उन्होंने एक टाइगर का जोड़ा यहां के लिए मंगवाया है. विधायक ने कहा कि गोपालपुर में फिर बाद में खत्म हुए थे, जबकि रेणुकाजी में शेर पहले खत्म हो चुके थे. उन्होंने कहा कि शेरों के लिए अनुकूल व खुली जगह रेणुका जी है, जहां बहुत पहले से शेर रहते आए हैं.

No tiger in renuka ji zoo
रेणुका जी चिड़ियाघर.

रेणुका जी की ही उपज शेर थे, वहीं गोपालपुर जाया करते थे. शांता कुमार की सरकार के समय भी ऐसा ही हुआ था. मगर आज बहुत दुख की बात है कि रेणुका में पिंजरे व सफारी खाली पड़ी है, जिस कारण पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है. इसलिए सरकार को जल्द ही यहां पर टाइगर का जोड़ा भेजना चाहिए, ताकि लाइन सफारी फिर से आबाद हो सके.

उल्लेखनीय है कि एक समय था कि रेणुका लॉयन सफारी में शेरों की संख्या 2 दर्जन से अधिक थी लेकिन धीरे-धीरे यहां शेर खत्म होते चले गए और अब पिछले 4 सालों से यह लायन सफारी शेरों के इंतजार में सूनी पड़ी है.

नाहन: सिरमौर जिला का प्रसिद्ध श्री रेणुका जी तीर्थ स्थल जहां प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील के लिए जाना जाता है, वहीं यहां पर चिड़ियाघर सहित लॉयन सफारी भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. हैरानी की बात तो यह है कि वर्तमान में बिना टाइगर सालों से लॉयन सफारी सूनी पड़ी है और पर्यटक टाइगर की एक दहाड़ सुनने को तरस रहे हैं.

दरअसल पिछले कई सालों से यहां पर सभी शेर खत्म हो चुके हैं, जिसके चलते लॉयन सफारी सूनी पड़ी है. सफारी के खाली पिंजरे देख पर्यटक भी मायूस हो रहे हैं. हालांकि लायन सफारी के लिए शेरों की बजाय टाइगर लाने के लिए केंद्रीय जू अथॉरिटी से बात की गई थी और टाइगर का एक जोड़ा यहां आना था, लेकिन अभी तक कोई टाइगर यहां नहीं पहुंचा है.

वीडियो रिपोर्ट.

इस पूरे मामले पर रेणुका जी के कांग्रेसी विधायक विनय कुमार ने सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि कई बार मामला विधानसभा में उठाया गया, लेकिन अब तक कुछ नहीं बना. विधायक विनय कुमार ने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि रेणुका लायन सफारी को लेकर कई सालों से प्रयास किया जा रहा है.

SirmourNo tiger in renuka ji zoo
रेणुका जी चिड़ियाघर.

इसको लेकर उन्होंने विधानसभा में भी कई बार मामला उठाया, जिस पर सरकार ने गुजरात से एक टाइगर का जोड़ा यहां लाने का आश्वासन भी दिया. हाल ही के शीतकालीन सत्र के दौरान वन मंत्री भी गोपालपुर गए थे और वहां उन्होंने एक टाइगर का जोड़ा यहां के लिए मंगवाया है. विधायक ने कहा कि गोपालपुर में फिर बाद में खत्म हुए थे, जबकि रेणुकाजी में शेर पहले खत्म हो चुके थे. उन्होंने कहा कि शेरों के लिए अनुकूल व खुली जगह रेणुका जी है, जहां बहुत पहले से शेर रहते आए हैं.

No tiger in renuka ji zoo
रेणुका जी चिड़ियाघर.

रेणुका जी की ही उपज शेर थे, वहीं गोपालपुर जाया करते थे. शांता कुमार की सरकार के समय भी ऐसा ही हुआ था. मगर आज बहुत दुख की बात है कि रेणुका में पिंजरे व सफारी खाली पड़ी है, जिस कारण पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है. इसलिए सरकार को जल्द ही यहां पर टाइगर का जोड़ा भेजना चाहिए, ताकि लाइन सफारी फिर से आबाद हो सके.

उल्लेखनीय है कि एक समय था कि रेणुका लॉयन सफारी में शेरों की संख्या 2 दर्जन से अधिक थी लेकिन धीरे-धीरे यहां शेर खत्म होते चले गए और अब पिछले 4 सालों से यह लायन सफारी शेरों के इंतजार में सूनी पड़ी है.

Intro:- स्थानीय विधायक बोले कई बार की सरकार से टाइगर का जोड़ा लाने की मांग, नहीं बना अब तक कुछ
नाहन। सिरमौर जिला का प्रसिद्ध श्री रेणुका जी तीर्थ स्थल जहां प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील के लिए जाना जाता है, वही यहां पर चिड़ियाघर सहित लॉयन सफारी भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है। हैरानी की बात तो यह है कि वर्तमान में बिना टाइगर सालों से लॉयन सफारी सूनी पड़ी है और पर्यटक टाइगर की एक दहाड़ सुनने को तरस रहे हैं।


Body:दरअसल पिछले कई सालों से यहां पर सभी शेर खत्म हो चुके हैं, जिसके चलते लॉयन सफारी सूनी पड़ी है। सफारी के खाली पिंजरे देख पर्यटक भी मायूस हो रहे हैं। हालांकि लायन सफारी के लिए शेरों की बजाय टाइगर लाने के लिए केंद्रीय जू अथॉरिटी से बात की गई थी और टाइगर का एक जोड़ा यहां आना था, लेकिन अभी तक कोई टाइगर यहां नहीं पहुंचा है।
इस पूरे मामले पर रेणुका जी के कांग्रेसी विधायक विनय कुमार ने सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि कई बार मामला विधानसभा में उठाया गया, लेकिन अब तक कुछ नहीं बना।
विधायक विनय कुमार ने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि रेणुका लायन सफारी को लेकर कई सालों से प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर उन्होंने विधानसभा में भी कई बार मामला उठाया, जिस पर सरकार ने गुजरात से एक टाइगर का जोड़ा यहां लाने का आश्वासन भी दिया। हाल ही के शीतकालीन सत्र के दौरान वन मंत्री भी गोपालपुर गए थे और वहां उन्होंने एक टाइगर का जोड़ा यहां के लिए मंगवाया है।
विधायक ने कहा कि गोपालपुर में फिर बाद में खत्म हुए थे, जबकि रेणुकाजी में शेर पहले खत्म हो चुके थे। उन्होंने कहा कि शेरों के लिए अनुकूल व खुली जगह रेणुका जी है, जहां बहुत पहले से शेर रहते आए हैं। रेणुका जी की ही उपज शेर थे, वहीं गोपालपुर जाया करते थे। शांता कुमार की सरकार के समय भी ऐसा ही हुआ था। मगर आज बहुत दुख की बात है कि रेणुका में पिंजरे व सफारी खाली पड़ी है, जिस कारण पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है। इसलिए सरकार को जल्द ही यहां पर टाइगर का जोड़ा भेजना चाहिए, ताकि लाइन सफारी फिर से आबाद हो सके।
बाइट : विनय कुमार विधायक रेणुका जी विस क्षेत्र


Conclusion:उल्लेखनीय है कि एक समय था कि रेणुका लॉयन सफारी में शेरों की संख्या 2 दर्जन से अधिक थी लेकिन धीरे-धीरे यहां शेर खत्म होते चले गए और अब पिछले 4 सालों से यह लायन सफारी शेरों के इंतजार में सूनी पड़ी है।

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