पांवटा साहिब: जिला सिरमौर में गिरिपार क्षेत्र के पोका पंचायत में सामुदायिक भवन इन दिनों शोपीस नजर आ रहा है. कांडो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हमेशा ताले ही लटके हुए नजर आते हैं. इसके कारण ग्रामीणों को उपचार करवाने के लिए सतौन डिस्पेंसरी या पांवटा स्वास्थ्य केंद्र में जाना पड़ता है.
जानकारी के अनुसार कई बार नेताओं से गुहार लगाने के बाद यहां पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया था ताकि पहाड़ों में बसे लोगों को घर द्वार पर ही डॉक्टर की सुविधा मिल सके, लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण आज भी लोग परेशानियां झेलने को मजबूर हो रहे हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि हजारों की आबादी वाला यह क्षेत्र सुविधाओं के लिए मोहताज हो रहा है. महिलाओं को टीका लगाने के लिए सतौन पांवटा जाना पड़ रहा है. हालत ये है कि बुखार की दवाई खरीदने के लिए भी यहां पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. वहीं, क्षेत्र के लोग यहां पर डॉक्टर की तैनाती के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. इस बारे में लोग कई बार यहां के दोनों दलों के नेताओं को भी अवगत करवा चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.
उधर, सीएमओ उदय भारद्वाज ने बताया कि डॉक्टर स्टाफ कम होने की वजह से सतौन डिस्पेंसरी में स्टाफ को रखना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अपने उच्च अधिकारियों को मौखिक रूप में शिकायत दे चुके हैं कि डॉक्टरों के पद भरे जाएं ताकि ग्रामीण इलाकों में भी डॉक्टरों की तैनाती हो सके. उन्होंने कहा कि जैसे ही डॉक्टरों और नर्सों की तैनाती होती है इस गांव में भी डॉक्टर या नर्स जल्द पहुंचाई जाएगी.
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