नाहनः एक ओर जहां देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी लेकर हाहाकार मचा है, तो वहीं डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में फिलहाल ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है. हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले एक महीने में मेडिकल काॅलेज में ऑक्सीजन की खपत बढ़ी है, लेकिन वर्तमान में उसे भी पूरा किया जा रहा है.
ऑक्सीजन को लेकर वर्तमान में कोई समस्या नहीं
दरअसल मेडिकल काॅलेज नाहन में महीने के 60 से 70 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर लगते हैं, लेकिन पिछले एक महीने में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़े हैं, उससे यह खपत बढ़ी है, जिसे फिलहाल पूरा किया जा रहा है और ऑक्सीजन को लेकर वर्तमान में यहां कोई समस्या नहीं आ रही है. पांवटा साहिब से ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल होकर समय पर पहुंच रहे हैं. वहीं, मेडिकल काॅलेज में जल्द ही पीएसए ऑक्सीजन गैस प्लांट के भी शुरू होने की उम्मीद है, जिसके बाद यहीं पर ऑक्सीजन तैयार हो सकेगी और काफी हद तक सिलेंडरों को रिफिल करवाने की समस्या से निजात मिल पाएगा.
मेडिकल काॅलेज नाहन के मेडिकल अधीक्षक ने बताया
मीडिया से बात करते हुए मेडिकल काॅलेज नाहन के मेडिकल अधीक्षक डॉ. श्याम कौशिक ने बताया कि फिलहाल ऑक्सीजन की कोई कमी महसूस नहीं हो रही है. सरकार की तरफ से ऑक्सीजन को जो कोटा उपलब्ध करवाया गया है, वह पर्याप्त मात्रा में है. पांवटा साहिब से ऑक्सीजन सिलेंडरों को रिफिल करवाया जा रहा है और इस दिशा में कोई दिक्कत नहीं आ रही है. मेडिकल काॅलेज की ऑक्सीजन की जितनी जरूरत है, वो अभी पूरी हो रही है.
डॉ. श्याम कौशिक ने बताया कि मेडिकल काॅलेज में महीने में कम से कम 60-70 ऑक्सीजन के बड़े सिलेंडर लगते हैं, लेकिन पिछले एक महीने में यह संख्या बढ़ी है और इसे भी पूरा किया जा रहा है. सिलेंडरों की रिफलिंग होकर आ रही है और जब मेडिकल काॅलेज का अपना पीएसए ऑक्सीजन गैस प्लांट शुरू हो जाएगा, तो कुछ हिस्सा इससे पूरा हो जाएगा और कुछ हद तक सिलेंडरों को रिफिल करवाने की समस्या से निजात मिल सकेगी.
मेडिकल काॅलेजों सहित अस्पतालों से लगातार ऑक्सीजन को लेकर फिडबैक ले रही सरकार
कुल मिलाकर कोरोना की दूसरी लहर के बीच एक ओर जहां देश में ऑक्सीजन की कमी के चलते लोगों की सांसें उखड़ रही हैं, वहीं हिमाचल सरकार भी इस दिशा में पूरी नजर बनाए हुए है और मेडिकल काॅलेजों सहित अस्पतालों से लगातार ऑक्सीजन को लेकर फिडबैक भी लिया जा रहा है. राहत की बात यह है कि नाहन मेडिकल काॅलेज में फिलहाल ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा मौजूद है.
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