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चूड़धार में 3 फीट बर्फबारी, उत्तराखंड से आए 8 श्रद्धालुओं को किया गया रेस्क्यू - Snowfall on the highest peak

सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर बर्फबारी का क्रम लगातार जारी है. चूड़धार चोटी पर बर्फबारी के बाद प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगा दी है, लेकिन श्रद्धालु जान-जोखिम में डालकर चोटी पर पहुंच रहे हैं.

snow fell in the chudhar.
चूड़धार में तीन फिट से अधिक बर्फ.
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Published : Nov 28, 2019, 7:34 PM IST

नाहन: सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर बर्फबारी का क्रम लगातार जारी है. पिछले तीन दिनों से बर्फबारी हो रही है और करीब 3 फिट बर्फ यहां जमा हो चुकी है. चूड़धार चोटी पर बर्फबारी के बाद प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगा दी है. प्रतिबंध के बावजूद श्रद्धालु जान-जोखिम में डालकर चोटी पर पहुंच रहे हैं.

बुधवार शाम उत्तराखंड के जोनसार बाबर से भी 8 लोग चूड़धार के लिए निकले थे और रास्ते में फंस गए. इसके बाद मंदिर समिति के सदस्यों ने लोगों को रेस्क्यू कर देर शाम चूड़धार पहुंचाया और मौसम ठीक होने के बाद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापस भेज दिया गया है.

वीडियो रिपोर्ट.

बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी होने के कारण चोटी पर जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. बिजली व पानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. ऐसे में चोटी पर जाना श्रद्धालुओं के लिए जान जोखिम में डालने के बराबर है.

चूडे़श्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने बताया कि प्रतिबंध के बावजूद भी श्रद्धालु चोटी पर पहुंच रहे हैं, जोकि जोखिमपूर्ण है. जोनसार बाबर से आए कुछ लोग रास्ते में फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित वापस भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगाई है.

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह चोटी का रुख न करें. अन्यथा कोई भी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. कुल मिलाकर हैरानी की बात यह है कि चूड़धार के कपाट पूर्ण रूप से बंद है, लेकिन यात्री फिर भी जोखिम लेकर चूड़धार की चोटी पर पहुंच रहे हैं.

नाहन: सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर बर्फबारी का क्रम लगातार जारी है. पिछले तीन दिनों से बर्फबारी हो रही है और करीब 3 फिट बर्फ यहां जमा हो चुकी है. चूड़धार चोटी पर बर्फबारी के बाद प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगा दी है. प्रतिबंध के बावजूद श्रद्धालु जान-जोखिम में डालकर चोटी पर पहुंच रहे हैं.

बुधवार शाम उत्तराखंड के जोनसार बाबर से भी 8 लोग चूड़धार के लिए निकले थे और रास्ते में फंस गए. इसके बाद मंदिर समिति के सदस्यों ने लोगों को रेस्क्यू कर देर शाम चूड़धार पहुंचाया और मौसम ठीक होने के बाद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापस भेज दिया गया है.

वीडियो रिपोर्ट.

बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी होने के कारण चोटी पर जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. बिजली व पानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. ऐसे में चोटी पर जाना श्रद्धालुओं के लिए जान जोखिम में डालने के बराबर है.

चूडे़श्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने बताया कि प्रतिबंध के बावजूद भी श्रद्धालु चोटी पर पहुंच रहे हैं, जोकि जोखिमपूर्ण है. जोनसार बाबर से आए कुछ लोग रास्ते में फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित वापस भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगाई है.

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह चोटी का रुख न करें. अन्यथा कोई भी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. कुल मिलाकर हैरानी की बात यह है कि चूड़धार के कपाट पूर्ण रूप से बंद है, लेकिन यात्री फिर भी जोखिम लेकर चूड़धार की चोटी पर पहुंच रहे हैं.

Intro:-अब तक चूड़धार में तीन फिट से अधिक गिर चुकी है बर्फ
-रोक के बावजूद भी ऐसे मौसम मेंयात्रियों का आना जारी
-उत्तराखंड के जौनसार से 8 लोग आधे रास्ते में गए थे फंस
-चोटी पर बिजली-पानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठप
-चूड़ेश्वर समिति ने फिर किया आग्रह, चोटी पर न आएं श्रद्धालु
नाहन। सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर बर्फबारी का क्रम लगातार जारी है। यहां पिछले तीन दिनों से बर्फबारी हो रही है। अब तक करीब 3 फिट से अधिक बर्फबारी चोटी पर हो चुकी है।
Body:चूड़धार चोटी पर बर्फबारी होने के बाद प्रशासन द्वारा यात्रा पर रोक लगा दी गई है। प्रतिबंध के बावजूद भी श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर चोटी पर पहंुच रहे हैं। बीती शाम बुधवार को भी उत्तराखंड के जोनसार बाबर से 8 लोग चूड़धार के लिए निकले थे, जोकि रास्ते में फंस गए। इसके बाद मंदिर समिति के सदस्यों ने उक्त लोगों को रेस्क्यू कर देर शाम चूड़धार पहुंचाया, जिसके बाद मौसम ठीक होने के उपरांत इन सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापस भेज दिया गया है।
बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी होने के कारण चोटी पर जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। बिजली व पानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है। ऐसे में चोटी पर जाना श्रद्धालुओं के लिए जान जोखिम में डालने के बराबर है।
चूडे़श्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने बताया कि प्रतिबंध के बावजूद भी श्रद्धालु चोटी पर पहुंच रहे हैं, जोकि जोखिमपूर्ण है। जोनसार बाबर से आए कुछ लोग रास्ते में फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित वापस भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा यात्रा पर रोक लगाई गई है। लिहाजा लोगों से एक बार फिर अपील है कि वह चोटी का रूख न करें। अन्यथा कोई भी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
बाइट: बाबूराम शर्मा, प्रबंधक चूड़ेश्वर सेवा समिति Conclusion:कुल मिलाकर हैरानी इस बात की है कि चूड़धार के कपाट पूर्ण रूप से बंद है। फिर भी यात्री जोखिम लेकर चूड़धार की चोटी पर पहुंच रहे हैं।
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