पांवटा साहिब: उपमंडल पांवटा साहिब में इन दिनों खनन माफियों के हौसले बुलंद हैं. पिछले दो-तीन महीनों से पांवटा साहिब में यमुना, गिरी और टोंस नदियों के किनारों पर जमकर अवैध खनन किया जा रहा है. जिला और स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई के बाद भी खनन माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.
कुंभकर्णी नींद में सो रहा माइनिंग विभाग
हिमाचल और उत्तराखंड को जोड़ने वाले जोंग पुल के आसपास खनन माफियाओं ने सड़क के किनारों पर रेत बजरी के बड़े-बड़े ढेर लगा रखे हैं. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अवैध खनन करने वालों को राजनीतिक दलों का स्पोर्ट है. ऐसे में कोई भी अधिकारी यहां खनन माफिया पर कार्रवाई नहीं करता है.
नहीं हो रही कार्रवाई
डाक पत्थर बैराज के समीप खनन माफिया दिनदहाड़े यमुना नदी के बीचों-बीच अवैध और अवैज्ञानिक खनन को अंजाम दे रहे हैं. यहां से खनिज ले जाकर साथ लगते क्रशरों में बेचा जाता है. कई बार शिकायत करने के बाद भी विभाग और सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
होईकोर्ट के आदेश नहीं हुए लागू
इसके साथ ही प्रशासन हिमाचल होईकोर्ट के आदेशों को लागू करने में भी असफल साबित हो रहा है. प्रशासन के सख्ती करने के बावजूद पांवटा क्षेत्र में खनन माफिया पर किसी तरह का असर देखने को नहीं मिल रहा है. सिरमौर पुलिस प्रमुखता से नदियों के किनारों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं.
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