नाहन: सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में हाल ही में 25 जून को हुई जगन्नाथ यात्रा से लाखों रुपये की कीमत के गहने उड़ाने के मामले में पुलिस ने शातिर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह की एक महिला सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है. बता दें कि यात्रा के दौरान शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप की पत्नी सहित कई महिलाओं के लाखों रुपये के सोने के गहने लेकर यह शातिर फरार हो गए थे. इनमें से दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उम्मीद जताई जा रही है कि गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे. इस सिलसिले में गुरुवार दोपहर बाद SP सिरमौर रमन कुमार मीणा ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि जगन्नाथ यात्रा के दौरान 25 जून को कई महिलाओं के सोने के गहने चोरी किए गए थे. इस मामले में शामिल गिरोह की पहचान की और मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरोह के अन्य फरार सदस्यों को भी जल्द ही दबोच लिया जाएगा. इस मामले में टीम लगी हुई है.
SP सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से सोने की एक चैन, एक मंगलसूत्र, दो कान के झूमके, एक सोने का ब्रेसलेट, एक चांदी की पायल सहित करीब डेढ़ लाख रूपयों के अलावा कुछ मोबाइल बरामद कर लिए है. ये गैंग दिल्ली से ताल्लुक रखती है, जिसमें से दिल्ली के कल्याणपुरी निवासी सुशील कुमार व उसकी पत्नी म्यूरी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरोह के अन्य सदस्यों की भी पहचान की जा रही है. मामले में जांच जारी है. शेष सामान भी जल्द ही रिकवर कर लिया जाएगा.
एसपी ने बताया कि इस मामले में 4 लोगों के लिखित में शिकायत पत्र आए थे. अन्य जिलों में यदि इस तरह की घटनाएं सामने आई है, उसको लेकर भी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी. यह गिरोह बड़े शातिर तरीके से इन घटनाओं को अंजाम देता था. यह गिरोह 2-3 दलों में बंटा हुआ है, जो बड़े शातिराना तरीके से ऐसी घटनाओं को अंजाम देता है. अब तक करीब 5 लाख रूपये का सामान बरामद कर लिया गया है. मामले में जांच के दौरान 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के अलावा मोबाइलों के डम्प डाटा को खंगाला गया और करीब 10 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद आरोपियों तक टीम पहुंची है.
एसपी सिरमौर ने यह भी बताया कि यह गिरोह उन्हीं स्थानों पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता है, जहां पर भीड़भाड़ वाले बड़े आयोजन होते हैं. इसके लिए बाकायदा इनके पास वर्ष भर का केलेंडर होता है. आरोपी उसी दिन क्षेत्र में पहुंचते हैं, जिस तरह धार्मिक आयोजन होता है. इस मामले में यह भी जांच की जाएगी कि पिछले वर्ष भी क्या इस तरह की घटनाएं हुई है.
ये भी पढ़ें- Vikramaditya U-turn on UCC: यूसीसी पर बदले विक्रमादित्य सिंह के सुर, पार्टी हाईकमान के सामने किया 'सरेंडर'