पांवटा साहिब: विकास खंड क्षेत्र पांवटा साहिब में कई सड़कों का निर्माण कार्य नाबार्ड व पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत किया जा रहा है. इन सड़कों पर कई खालों पर छोटे पुल भी बनाए जा रहे हैं. वही इन निर्माणाधीन सड़कों पर आसपास के नदी नालों से अवैध खनन कर सड़क के निर्माण में लगाया जा रहा है, जिससे सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठना लाजमी है.
अवैध खनन की जगह पर कई फुट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे की आने वाले समय में कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है. यहां अवैध खनन से आसपास बने घरों में बरसात के मौसम में बाढ़ आने और दरारे भी पड़ सकती हैं. मामले को लेकर कई बार मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. खनन विभाग कम स्टाफ होने का हवाला दे रहा हैं, तो वहीं पुलिस विभाग खनन विभाग के ऊपर जिम्मेवारी होने का हवाला देती है.
ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर सड़क निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इसमें अवैध खनन कर खाले की बजरी को इस्तेमाल किया जा रहा है. पुलिस भी अवैध खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. अवैध खनन कर सरकारी कामों में यह खनन का माल इस्तेमाल किया जा रहा है.
माजरा मेलियो से खैरी पडदूनी पर नहर के किनारे बनाई जा रही सड़क की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस सड़क पर आसपास के नालों से ही अवैध खनन कर सड़क निर्माण में लगाया जा रहा है. वहीं, ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है. उन्हें उम्मीद है कि ठेकेदार आने वाले समय में क्रेशर से बजरी लाएगा.
सड़क निर्माण में जुटे ठेकेदार का कहना है कि नियमों के अनुसार ही काम किया जा रहा है. नदी नालों में पांच पुल बनाए जाने हैं, उनके लिए गड्ढे बनाए जा रहे हैं. उससे निकलने वाली मिट्टी और बजरी ही काम में लगााई जा रही है, जबकि अन्य रेत बजरी क्रेशर से ही ले रहे हैं. इसके अलावा गहरे गड्ढों किनारे कोई भी कार्य प्रगति का बोर्ड नहीं लगाने पर ठेकेदार ने कहा कि विभाग ने उन्हें सिर्फ दो ही जगहों पर कार्य प्रगति के बोर्ड लगाने के लिए कहा है.
खनन विभाग के अधिकारी सुरेश भारद्वाज ने कहा कि खनन विभाग ने ठेकेदार को खनन करने के लिए कोई भी अनुमति नहीं दी है. यह भूमि वन विभाग के अंतर्गत आती है. वन विभाग के अधिकारी कुनाल अग्रिस ने कहा कि वह अपनी टीम को भेज कर मौके पर जाएंगे और खनन करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी के एल चौधरी ने कहा कि अगर सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है तो मौके पर पहुंचकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.