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पांवटा साहिब में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद, सरकार को लग रही करोड़ों की चपत

जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में इन दिनों खनन माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं. रामपुर घाट में खनन माफियाओं ने नियमों को ताक पर रखकर रेत की निकासी कर रहे हैं. नियम के मुताबिक एक मीटर से अधिक खनन नहीं किया जा सकता लेकिन यहां पर 12 से 15 फिट तक गड्डे दिखाई देते हैं.

Illegal mining in Rampur Ghat
रामपुर घाट पर अवैध खनन
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Published : Jan 7, 2020, 7:39 PM IST

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में इन दिनों खनन माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं. रामपुर घाट में खनन माफियाओं ने नियमों को ताक पर रखकर रेत की निकासी कर रहे हैं. नियम के मुताबिक एक मीटर से अधिक खनन नहीं किया जा सकता लेकिन यहां पर 12 से 15 फिट तक गड्डे दिखाई देते हैं.

सूत्रों के अनुसार रात के अंधेरे में जेसीबी लगाकर इस काम को अंजाम दिया जा रहा है. इतना ही नहीं सरकार को भी करोड़ों रुपये की चपत लगाई जा रही है. बताया जा रहा है कि रामपुर घाट में लगा एक स्टोन क्रशर उत्तराखंड के किसी शराब माफिया का है, जिस पर तकरीबन चार सौ बीघा की लीज बताई जाती है. इस पर अधिकारी भी हाथ डालने से गुरेज कर रहे है.

वहीं, माइनिंग अफसर सरित ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा मामला संज्ञान में आता है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि 5 जनवरी को जनमंच के दौरान भी कई लोगों ने यमुना, गिरी और टोंस नदी में बढ़ रहे खनन के बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी. इस पर माइनिंग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि जल्द इस पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

वीडियो रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: सिरमौर में बर्फबारी-बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, प्रशासन ने की लोगों से ये अपील

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में इन दिनों खनन माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं. रामपुर घाट में खनन माफियाओं ने नियमों को ताक पर रखकर रेत की निकासी कर रहे हैं. नियम के मुताबिक एक मीटर से अधिक खनन नहीं किया जा सकता लेकिन यहां पर 12 से 15 फिट तक गड्डे दिखाई देते हैं.

सूत्रों के अनुसार रात के अंधेरे में जेसीबी लगाकर इस काम को अंजाम दिया जा रहा है. इतना ही नहीं सरकार को भी करोड़ों रुपये की चपत लगाई जा रही है. बताया जा रहा है कि रामपुर घाट में लगा एक स्टोन क्रशर उत्तराखंड के किसी शराब माफिया का है, जिस पर तकरीबन चार सौ बीघा की लीज बताई जाती है. इस पर अधिकारी भी हाथ डालने से गुरेज कर रहे है.

वहीं, माइनिंग अफसर सरित ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा मामला संज्ञान में आता है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि 5 जनवरी को जनमंच के दौरान भी कई लोगों ने यमुना, गिरी और टोंस नदी में बढ़ रहे खनन के बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी. इस पर माइनिंग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि जल्द इस पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

वीडियो रिपोर्ट

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Intro:खनन माफिया सक्रिय,नदिया तभा खनन जारी खनन माफिया ने घायल कर दी मां यमुना की छाती। खोद डाले 12 से 15 फुट के खड्डे,
Body:
पांवटा साहिब में माइनिंग विभाग की मिली भगत से पडोसी राज्य के कथित माफिया डान ने मां यमुना की छाती को इस कदर छलनी करते हुए घायल दिया है कि मां यमुना के जख्मो को भरा नही जा सकता। इतना ही नही कई किलोमीटर तक का ऐरिया जिमसें 12 से 15 फुट के खड्डे सरेआम दिख रहे है और पूछे जाने पर माइनिंग अधिकारी चांदी की खनक से सुप्तावस्था में चले जाते है।

गौरतलब है कि पांवटा साहिब के रामपुर घाट में एक स्टोन क्रशर उत्तराखण्ड के किसी शराब माफिया का बताया जा रहा है जिस पर तकरीबन चार सौ बीघा की लीज बताई जाती है। तगडी चांदी के खनक के चलते छोटै मोटे अधिकारी तो हाथ डालने से भी गुरेज कर रहे है और जब माइनिंग आफीसर से इस बाबत बात की जाती है तो वे बजाय कार्यवाही करने के उल्टा सवाल जवाब करने लग पडते है और इतना ही पांवटा में तैनात अपने दलालो के माध्यम से बात को रफा दफा करने के लिये हर किस्म का पैतरा फैकने में कोई कोर कसर नही छोडते। सवाल है कि 12 से 15 फुट के खड्डे कर दिये गये जब कि नियम के मुताबिक एक मीटर से अधिक खनन नही किया जा सकता वह भी मैन्युअल होना चाहिये। चित्र में दिन के उजाले में तो मॅन्युबल खनन किया जा रहा है और वह भी 12 से 15 फुट नीचे खडडा करके किन्तु सूत्र बता रहे है कि रात्रि के अधेरे में जेसीबी लगाकर कार्य को अजाम दिया जा रहा है और बेखौफ प्राकृतिक सम्पदा का पडोसी राज्य के माफिया दोहन कर रहे है। इतना ही नही करोडो रूपये की चपत तो सरकार को भी लगाई जा रही है जिसमे ओवर लोडिंग के साथ साथ फर्जी एमफार्म आदि आदि नई नई तकनीकियो का स्तेमाल कर।

बता दें कि 2 दिन पहले जनमंच के दौरान भी कई लोगों ने बढ़ रहे यमुना नदी गिरी नदी टोंस नदी में खनन के बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी और माइनिंग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने कहा था कि तुरंत इस पर कार्रवाई की जाएगी पर अभी तक ना तो कोई कार्यवाही की गई है जिसकी वजह से माफियाओं के हौसले बुलंद है और लगातार मां यमुना को छलनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं




Conclusion:वही माइनिंग अफसर सरित ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है अगर कोई सन मामला संज्ञान में आता है तो उस पर उचित कार्यवाही की जाएगी
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