पांवटा साहिब: गुरु की नगरी पांवटा साहिब मे मनाए जाने वाले ऐतिहासिक होली मेले को लेकर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला प्रशासन से मांग की गई कि हर वर्ष की भांति इस बार भी होली मेले का आयोजन किया जाना चाहिए और कोरोना संकट के नाम पर इस मेल का आयोजन टाला ना जाए.
होली मेले का इतिहास 320 वर्ष से भी अधिक पुराना
वहीं, कमेटी के संयोजक अनिन्दर सिंह नॉटी ने बताया कि पांवटा साहिब में होली मेले का इतिहास 320 वर्ष से भी अधिक पुराना है व इस मेले का धार्मिक, ऐतिहासिक और व्यापारिक महत्व है. गुरु गोविंद सिंह जी के समय काल से जारी यह मेला 321 वर्षों से लगातार होता रहा है.
इसी दौरान उन्होंने बताया कि जहां एक और प्रधानमंत्री लाखों लोगों की भीड़ अपनी रैलियों में जुटा रहे हैं और सरकार तथा भाजपा का संगठन जोर शोर से इसका प्रचार-प्रसार भी कर रहा है ऐसे में पोंटा साहिब में होली मेले के आयोजन को ना करना स्थानीय क्षेत्र वासियों की भावनाओं को आहत करता है.
कमेटी के तमाम लोगों का कहना है कि नगर परिषद पांवटा साहिब को इसका प्रस्ताव पारित करके जिलाधीश को भेजना चाहिए और साथ ही उन्होंने जिलाधीश से भी इस मामले में आग्रह किया है.
ऊर्जा मंत्री मेले को लेकर दिखा चुके हैं हरी झंडी
बता दें कि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी पहले ही हरी झंडी मेले को लेकर दिखा चुके हैं तो वही नगर परिषद में भी 12 मार्च को इस विषय को लेकर बैठक की जाएगी.