नाहन: जिला हमीरपुर के नादौन विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों डायरिया फैला हुआ है. जिसकी चपेट में लगभग हजारों लोग आ चुके हैं. नादौन में टैंकर के जरिए जल शक्ति विभाग पेयजल उपलब्ध करवा रहा है और वहां पर पेयजल स्त्रोत की जांच की जा रही है. ऐसे में प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है और अन्य जिलों में भी जिला प्रशासन को रोग से बचाव को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं.
इसी कड़ी में प्रदेश सरकार के आदेशों के बाद आंत्रशोथ रोग (गैस्ट्रोएंट्राइटिस) को लेकर सिरमौर प्रशासन अलर्ट हो गया है. हालांकि जिला में फिलहाल आंत्रशोथ का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन रोग से बचाव को लेकर प्रशासन ने स्वास्थ्य व जल शक्ति विभागों को उचित दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. दरअसल प्रदेश सरकार के निर्देशों पर सिरमौर जिला प्रशासन ने भी इस मामले में रिव्यू किया है.
डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने बताया कि सरकार के निर्देशों के बाद स्वास्थ्य विभाग व जल शक्ति विभाग के साथ किए गए रिव्यू में सामने आया है कि फिलहाल जिला में आंत्रशोथ का कोई भी मामला नहीं हैं, लेकिन लोगों को सचेत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं कि आंगनबाड़ी वर्करों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए.
उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग को भी निर्देश जारी किए गए हैं कि जिला में पेयजल स्रोतों को अच्छे तरीके से रखें. साथ ही पानी की जरूरत के मुताबिक समय-समय क्लोरीनेशन करने करने के निर्देश भी जल शक्ति विभाग को दिए गए हैं. डीसी सिरमौर ने जिलावासियों से भी आहवान किया कि हाथों को धोकर ही किसी भी खाद्य वस्तु का सेवन करें. साथ ही स्वच्छ पानी का प्रयोग करें.
यदि कहीं भी लोगों को लगता है कि कहीं पर पानी की समस्या आ रही है और लोग किसी बाहरी पेयजल स्त्रोत से पानी लेकर आ रहे हैं, तो उस सूरत में भी लोग पानी को क्लोरीनेशन करके ही इस्तेमाल में लाएं. 20 लीटर पानी में एक टेबलेट क्लोरीनेशन की डाल सकते हैं और यह टेबलेट जल शक्ति विभाग के माध्यम से वह प्राप्त कर सकते हैं. कुल मिलाकर सरकार के निर्देशों पर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और इस दिशा में पूरी सावधानी बरतने के लिए विभागों को निर्देश जारी कर दिए गए है.
ये भी पढ़ें: ये कैसी मुसीबत: डायरिया के बीच पानी की किल्लत, तीसरे दिन टैंकर से मिल रही सप्लाई, मरीज खुद ढो रहे पानी