पांवटा साहिबः जयराम सरकार के वर्ष 2020 बजट को लेकर किसान भी अपनी आय दुगने करने का सपना देख रहे हैं. जयराम सरकार अपने कार्यकाल का तीसरा बजट 6 मार्च को पेश करने जा रही है. लिहाजा सिरमौर जिला के किसानों को खासी उम्मीद है. ईटीवी भारत के साथ बजट को लेकर सिरमौर के किसानों अपने विचार रखे.
स्थानीय निवासी गुमान सिंह ठाकुर ने बताया हिमाचल प्रदेश एक कृषि प्रधान प्रदेश होने के कारण यहां की मुख्य जीविका का साधन कृषि पर है और अधिकतर लोग कृषि से ही अपनी उपजीविका का निर्वहन करते हैं. आगामी बजट में किसान-बागवान और हर एक ऐसा व्यक्ति जो कृषि से जुड़ा हुआ है, उस की अपेक्षा इस बजट से जुड़ी हुई है.
हिमाचल सरकार से आशा है कि वह ऐसी योजनाएं इस बजट में लेकर लाए, जिससे किसानों को राहत महसूस होगी. फसल के बीमा से फसल उत्पादन को योगदान मिलेगा. ऐसी अन्य योजनाएं जो उनको फसल के लिए प्रेरित करें इस वजह से अपेक्षा रखी गई है.
स्थानीय निवासी रंजन चौहान ने बताया कि जिन किसानों ने खेती करना छोड़ दिया है. अगर बजट किसानों के हित के लिए प्रदेश का बजट देती है, तो आने वाले समय में किसान खेती को बढ़ावा दे सकते हैं. पहाड़ी इलाकों में अधिकांश लोगों ने खेती का काम छोड़ दिया है. उम्मीद है कि प्रदेश सरकार खेती को बढ़ावा देने के लिए स्पेशल बजट देगी.
वहीं, वीर विक्रम ने बताया कि अगर जिला सिरमौर की बात की जाए तो यहां के किसान खेती पर ही निर्भर रहते हैं. अगर प्रदेश सरकार आने वाले बजट में किसानों के हित के लिए कार्य करेगी तो यहां के किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि 6 मार्च को आ रहे बजट पर प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कार्य करें.
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