नाहन: मेड-इन-सिरमौर कार्यक्रम के तहत जिला में पहले प्रोडक्ट के रूप में पर्यावरण के अनुकूल राखियां नाहन में डीआरआरडी कार्यालय के सामने बेचने के लिए उपलब्ध करवाई जा रही हैं. सिरमौर प्रशासन के निर्देशों पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार की गई इन खास राखियों के विक्रय केंद्र का उद्घाटन सोमवार को डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने किया.
बता दें कि इस विक्रय केंद्र में राखियों के अलावा बांस से बने उत्पाद, अचार, बच्चों के परिधान, कपड़ों के थैले और मास्क भी उपलब्ध करवाए गए हैं. इस मौके पर डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अतंर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा राखियों के अलावा विभिन्न उत्पादन तैयार किए गए हैं.
डीसी ने बताया कि इन राखियों से पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ महिलाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा. साथ ही इन राखियों के उपयोग के बाद इन्हें गमलों में डालकर इनसे पौधे उगाए जा सकेंगे. डीसी ने बताया कि आने वाले समय में इस प्रकार के उत्पादों को तैयार करने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे स्थानीय महिलाएं घर में उपलब्ध सामान से उत्पाद तैयार कर सके. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्पाद तैयार करने से जिला को एक अलग पहचान मिलेगी और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा.
बता दें कि इस विक्रय केंद्र में विभिन्न महिला मंडलों द्वारा मेड-इन-सिरमौर कार्यक्रम के तहत राखियों के अलावा कई उत्पाद बेचने के लिए उपलब्ध करवाए गए हैं, जहां से लोग उचित दामों में जिला में ही तैयार उत्पाद खरीद सकते हैं.
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