नाहन: जिला मुख्यालय नाहन के बीचोंबीच स्थित ऐतिहासिक रानीताल बाग के तालाब में दर्जनों मछलियों के मरने की सूचना मिली है. सूचना के बाद शुक्रवार को नगर परिषद द्वारा मरी हुई मछलियों को तालाब से बाहर निकाला गया. साथ ही कर्मचारी तालाब की साफ-सफाई में भी जुट गए हैं. हालांकि, तालाब में मछलियों के मरने का क्या कारण रहा, इसका जवाब फिलहाल नगर परिषद के कर्मचारी नहीं दे पाए हैं, लेकिन इस संबंध में नगर परिषद द्वारा मत्स्य विभाग को सूचना दे दी गई है. नगर परिषद प्रशासन करीब 25 से 30 मछलियों के मरने की बात कह रहा है, लेकिन जानकारी के अनुसार काफी संख्या में तालाब में मछलियां मरी हैं. ऐसे में तालाब का पानी दूषित होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता.
तालाब में मरीं मछलियां
नगर परिषद के एसडीओ परवेज इकबाल ने बताया कि तालाब में 25 से 30 मछलियों के मरने की सूचना मिली है. इस बारे में मत्स्य विभाग को फोन के माध्यम से भी सूचित किया गया है. साथ ही लिखित रूप से भी अवगत करवाया गया है. जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि मछलियों के मरने का क्या कारण रहा. उन्होंने बताया कि नगर परिषद समय-समय पर रानीताल तालाब की साफ सफाई भी करती है. कोरोना काल की वजह से तालाब में मछलियों का ठेका नहीं दिया जा सका था, लेकिन अब नगर परिषद तालाब में मछलियों को लेकर ठेका देने का कार्य करेगी, ताकि तालाब व मछलियों का रख-रखाव सही तरीके से हो सके.
तालाब की साफ-सफाई की मांग
दूसरी तरफ लोगों का कहना है कि तालाब की नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं की जा रही है. यदि नियमित रूप से साफ सफाई रखते, तो मछलियां नहीं मरतीं. ऐसे में मछलियों के मरने का कारण प्रदूषित पानी भी हो सकता है. लोगों की मांग है कि तालाब की नियमित रूप से साफ-सफाई की जानी चाहिए.
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