पांवटा साहिब: हिमाचल सरकार की 108 एंबुलेंस सेवा अगर समय पर नहीं पहुंचती तो एक महिला की जान को खतरा हो सकता था. मंगलवार रात साढ़े 7 बजे इमरजेंसी 108 सेवा पर फोना आया कि महिला की हालत गंभीर है और उसकी डिलीवरी होना है. 108 सेवा के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) वीरेंद्र परमार और सुनील शर्मा महिला को लेकर निकले ही थे कि उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. उसी दौरान महिला का प्रसव रास्ते में एंबुलेंस कर्मियों ने कराकर महिला और उसके बच्चे की जान बचा ली.
महिला को कराया गया अस्पताल में भर्ती: जानकारी के मुताबिक महिला को प्रसव के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज जारी है और वह और उनकी बेबी बिल्कुल ठीक है. 25 साल की रेखा भरली गांव की रहने वाली है.ईएमटी वीरेंद्र परमार ने बताया कि रात को फोन आते ही एंबुलेंस लेकर पहुंच गए,लेकिन रास्ते में ज्यादा तबीयत बिगड़ गई. उसके बाद प्रसव एंबुलेंस में करने का फैसला लेना पड़ा. महिला के बेबी को जन्म देने के साथ ही एंबुलेंस में किलकारियां गूंजने लगी और महिला के परिजनों ने आभार जताया.
108 और 102 सेवा फ्री: 108 एवं 102 एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर विनोद ने बताया कि 108 एंबुलेंस सेवा हिमाचल में फ्री सेवा है. इमरजेंसी में सरकारी अस्पताल जाने के लिए 24 घंटे किसी भी समय इस फोन करके बुलाया जा सकता है. इसके अलावा 102 सेवा गर्भवती महिलाओं और 2 वर्ष तक के बच्चों को सरकारी अस्पताल लेकर जाती हऔर इलाज के बाद वापस घर भी छोड़कर आती है. यह सेवाएं बिल्कुल फ्री रहती है. बता दें कि हिमाचल में चल रही 108 व 102 एंबुलेंस सेवाएं लगातार लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं.
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