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पच्छाद में ओलावृष्टि ने बरपाया कहर, लाखों रुपये के टमाटर की फसल तबाह

सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत लानाबाका पंचायत में किसानों पर कुदरत की मार पड़ी है. बारिश व ओलावृष्टि ने क्षेत्र में ऐसा कहर बरपाया है कि टमाटर की पूरी फसल तबाह हो गई है. हिमाचल किसान सभा की क्षेत्रीय कमेटी बागथन के संयोजक गणेश शर्मा व सहसंयोजक आशीष कुमार ने बताया कि पहले ही किसान सूखे की मार झेल रहे थे, लेकिन अब ओलावृष्टि से भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

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Published : May 3, 2021, 11:05 PM IST

नाहनः सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत लानाबाका पंचायत में किसानों पर कुदरत की मार पड़ी है. रविवार शाम हुई बारिश व ओलावृष्टि ने क्षेत्र में कहर बरपाया है कि टमाटर की पूरी फसल तबाह हो गई है. ऐसे में किसानों की करीब तीन महीनों की मेहनत पर ओलावृष्टि ने पानी फेर दिया. इससे सैंकड़ों बीघा भूमि पर लगी टमाटर की फसल तबाह हो गई है.

ओलावृष्टि के कारण टमाटर की खेती बर्बाद

हिमाचल किसान सभा की क्षेत्रीय कमेटी बागथन के संयोजक गणेश शर्मा व सहसंयोजक आशीष कुमार ने बताया कि लानाबाका पंचायत के अतिरिक्त आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि से किसानों की टमाटर की फसल नष्ट हो गई है. क्षेत्र के किसान चंद्रमनी, कमल, अमित, राजेश सहित सैकड़ों किसानों का टमाटर ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गया है. उन्होंने कहा कि पहले ही किसान सूखे की मार झेल रहे थे, लेकिन अब ओलावृष्टि से भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

प्रशासन किसानों के नुकसान का मूल्यांकन कर निशुल्क बीज की करें व्यवस्था

उन्होंने बताया कि किसानों को टमाटर के बीज का एक पैकेट हजार से 1500 रुपये तक मिलता है. वहींं किसानों की मेहनत और कीटनाशकों का छिड़काव आदि बहुत ही महंगा पड़ता है. ऐसे में किसानों की मेहनत पर ओलावृष्टि ने पानी फेर दिया. किसान सभा ने मांग करते हुए कहा कि किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, लिहाजा प्रशासन किसानों के नुकसान का मूल्यांकन कर निशुल्क बीज व की व्यवस्था करें.

ये भी पढ़ेंः- HPTU हमीरपुर दो ऑफ कैंपस में शुरू करेगा एमटेक की कक्षाएं, पीजी डिप्लोमा कोर्स भी कर सकेंगे छात्र

नाहनः सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत लानाबाका पंचायत में किसानों पर कुदरत की मार पड़ी है. रविवार शाम हुई बारिश व ओलावृष्टि ने क्षेत्र में कहर बरपाया है कि टमाटर की पूरी फसल तबाह हो गई है. ऐसे में किसानों की करीब तीन महीनों की मेहनत पर ओलावृष्टि ने पानी फेर दिया. इससे सैंकड़ों बीघा भूमि पर लगी टमाटर की फसल तबाह हो गई है.

ओलावृष्टि के कारण टमाटर की खेती बर्बाद

हिमाचल किसान सभा की क्षेत्रीय कमेटी बागथन के संयोजक गणेश शर्मा व सहसंयोजक आशीष कुमार ने बताया कि लानाबाका पंचायत के अतिरिक्त आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि से किसानों की टमाटर की फसल नष्ट हो गई है. क्षेत्र के किसान चंद्रमनी, कमल, अमित, राजेश सहित सैकड़ों किसानों का टमाटर ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गया है. उन्होंने कहा कि पहले ही किसान सूखे की मार झेल रहे थे, लेकिन अब ओलावृष्टि से भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

प्रशासन किसानों के नुकसान का मूल्यांकन कर निशुल्क बीज की करें व्यवस्था

उन्होंने बताया कि किसानों को टमाटर के बीज का एक पैकेट हजार से 1500 रुपये तक मिलता है. वहींं किसानों की मेहनत और कीटनाशकों का छिड़काव आदि बहुत ही महंगा पड़ता है. ऐसे में किसानों की मेहनत पर ओलावृष्टि ने पानी फेर दिया. किसान सभा ने मांग करते हुए कहा कि किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, लिहाजा प्रशासन किसानों के नुकसान का मूल्यांकन कर निशुल्क बीज व की व्यवस्था करें.

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