नाहन: पांवटा साहिब में मंगलवार देर शाम 60 वर्षीय महिला की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मामले में परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने निजी अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
बता दें कि परिजनों ने महिला के इलाज में लापरवाही बरतने के मामले में मंगलवार देर शाम को करीब 3 घंटे अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अस्पताल के संचालक डॉक्टर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लिया है, जिसका शिमला फोरेंसिक विशेषज्ञों से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
महिला के परिजनों ने बताया कि महिला का शूगर लेवल काफी ज्यादा थी. बावजूद इसके सामान्य अस्पताल चलाने वाले डॉक्टर ने पैसों के लालच में मरीज को अपने अस्पताल में भर्ती कर लिया और शाम को जब मरीज की मौत हो गई तो डेड बॉडी मरीज के परिजनों को पकड़ा कर किसी अन्य अस्पताल में ले जाने की बात कही, जबकि तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी. वहीं अस्पताल के डॉक्टर ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है.
पांवटा साहिब थाना के एसएचओ अशोक चौहान ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर आईपीसी की धारा 304ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी.
घंटों प्रदर्शन के बाद निजी अस्पताल के डॉक्टर पर केस दर्ज, फॉरेंसिक विशेषज्ञ करेंगे महिला के शव का पोस्टमार्टम - आईपीसी की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज
पांवटा साहिब में मंगलवार देर शाम 60 वर्षीय महिला की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मामले में परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने निजी अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
नाहन: पांवटा साहिब में मंगलवार देर शाम 60 वर्षीय महिला की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मामले में परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने निजी अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
बता दें कि परिजनों ने महिला के इलाज में लापरवाही बरतने के मामले में मंगलवार देर शाम को करीब 3 घंटे अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अस्पताल के संचालक डॉक्टर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लिया है, जिसका शिमला फोरेंसिक विशेषज्ञों से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
महिला के परिजनों ने बताया कि महिला का शूगर लेवल काफी ज्यादा थी. बावजूद इसके सामान्य अस्पताल चलाने वाले डॉक्टर ने पैसों के लालच में मरीज को अपने अस्पताल में भर्ती कर लिया और शाम को जब मरीज की मौत हो गई तो डेड बॉडी मरीज के परिजनों को पकड़ा कर किसी अन्य अस्पताल में ले जाने की बात कही, जबकि तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी. वहीं अस्पताल के डॉक्टर ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है.
पांवटा साहिब थाना के एसएचओ अशोक चौहान ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर आईपीसी की धारा 304ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी.