ETV Bharat / state

इस तरह से देश का पहला हरित ऊर्जा राज्य बनेगा हिमाचल, सरकार कर रही है ये काम - GREEN ENERGY PROJECT HIMACHAL

हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए सुखविंदर सरकार प्रयासरत है. डिटेल में पढ़ें खबर...

हरित ऊर्जा राज्य बनेगा हिमाचल
हरित ऊर्जा राज्य बनेगा हिमाचल (कॉन्सेप्ट इमेज)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 12, 2025, 3:42 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश सौर उत्पादन की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दिसंबर 2025 तक हिमाचल प्रदेश में सात परियोजनाओं से 72 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने ऊना जिला में दो परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू किया है, इनमें से 12 मेगावाट क्षमता की एक परियोजना गोंदपुर बुल्ला और 11 मेगावाट क्षमता की परियोजना लमलाहड़ी उपरली में स्थित है.

सोलन जिला में तीन परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं, इनमें नालागढ़ के सनेड में 13 मेगावाट, बड़ा बरोट में आठ मेगावाट और दभोटा माजरा में 13 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं शामिल हैं. नौ मेगावाट की दभोटा-वन परियोजना के लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी और इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. इसके अलावा ऊना जिला के टिहरा खास में छह मेगावाट की सौर परियोजना के लिए भी निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसी महीने इसके स्वीकृत होने की संभावना है.

अतिरिक्त परियोजनाओं का किया जा रहा सर्वे

सीएम सुक्खू ने कहा कि वर्तमान में 325 मेगावाट संयुक्त क्षमता की आठ अतिरिक्त परियोजनाओं के लिए सर्वे किया जा रहा है. विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पूरी होने के बाद इन सौर ऊर्जा परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. वर्तमान सरकार पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को अधिमान दे रही है. इस तरह से साल 2026 तक हिमाचल को देश के पहले हरित ऊर्जा राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए प्रयासरत है.

प्रदेश सरकार हरित ऊर्जा का उपयोग सुनिश्चित कर पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी करने की दिशा में भी कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा अक्षय ऊर्जा स्रोत हैं.

इसका उपयोग कर भावी पीढ़ियों के लिए ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. राज्य सरकार की यह नवोन्मेषी पहल जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.

इस परियोजना से कमाए 14 करोड़

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना जिला के पेखूबेला में 32 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना 15 अप्रैल, 2024 को जनता को समर्पित की गई थी. इस परियोजना से 48 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया है, जिससे 31 जनवरी, 2025 तक 14 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है.

इसके अलावा, ऊना जिले के भंजाल में पांच मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना का निर्माण कार्य 30 नवंबर, 2024 से शुरू हो गया है. अघलौर में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का निर्माण इसी माह पूर्ण होने की संभावना है. हरित हाइड्रोजन ऊर्जा के उत्पादन को भी केन्द्र में रखकर राज्य सरकार कार्य योजना बनाकर काम कर रही है.

ऑयल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से सोलन जिला के नालागढ़ में एक मेगावाट क्षमता की हरित हाइड्रोजन परियोजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जिसके लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया है.

ये भी पढ़ें: अटल टनल ने बदली लाहौल में पर्यटन की तस्वीर, साल 2024 में इतने लाख पर्यटकों ने किया घाटी का रुख

शिमला: हिमाचल प्रदेश सौर उत्पादन की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दिसंबर 2025 तक हिमाचल प्रदेश में सात परियोजनाओं से 72 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने ऊना जिला में दो परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू किया है, इनमें से 12 मेगावाट क्षमता की एक परियोजना गोंदपुर बुल्ला और 11 मेगावाट क्षमता की परियोजना लमलाहड़ी उपरली में स्थित है.

सोलन जिला में तीन परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं, इनमें नालागढ़ के सनेड में 13 मेगावाट, बड़ा बरोट में आठ मेगावाट और दभोटा माजरा में 13 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं शामिल हैं. नौ मेगावाट की दभोटा-वन परियोजना के लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी और इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. इसके अलावा ऊना जिला के टिहरा खास में छह मेगावाट की सौर परियोजना के लिए भी निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसी महीने इसके स्वीकृत होने की संभावना है.

अतिरिक्त परियोजनाओं का किया जा रहा सर्वे

सीएम सुक्खू ने कहा कि वर्तमान में 325 मेगावाट संयुक्त क्षमता की आठ अतिरिक्त परियोजनाओं के लिए सर्वे किया जा रहा है. विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पूरी होने के बाद इन सौर ऊर्जा परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. वर्तमान सरकार पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को अधिमान दे रही है. इस तरह से साल 2026 तक हिमाचल को देश के पहले हरित ऊर्जा राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए प्रयासरत है.

प्रदेश सरकार हरित ऊर्जा का उपयोग सुनिश्चित कर पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी करने की दिशा में भी कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा अक्षय ऊर्जा स्रोत हैं.

इसका उपयोग कर भावी पीढ़ियों के लिए ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. राज्य सरकार की यह नवोन्मेषी पहल जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.

इस परियोजना से कमाए 14 करोड़

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना जिला के पेखूबेला में 32 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना 15 अप्रैल, 2024 को जनता को समर्पित की गई थी. इस परियोजना से 48 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया है, जिससे 31 जनवरी, 2025 तक 14 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है.

इसके अलावा, ऊना जिले के भंजाल में पांच मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना का निर्माण कार्य 30 नवंबर, 2024 से शुरू हो गया है. अघलौर में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का निर्माण इसी माह पूर्ण होने की संभावना है. हरित हाइड्रोजन ऊर्जा के उत्पादन को भी केन्द्र में रखकर राज्य सरकार कार्य योजना बनाकर काम कर रही है.

ऑयल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से सोलन जिला के नालागढ़ में एक मेगावाट क्षमता की हरित हाइड्रोजन परियोजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जिसके लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया है.

ये भी पढ़ें: अटल टनल ने बदली लाहौल में पर्यटन की तस्वीर, साल 2024 में इतने लाख पर्यटकों ने किया घाटी का रुख

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.