पांवटा साहिबः सिरमौर जिले में बिजली के पुराने सिंगल फेस मीटर बदलने के मामले में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जिले भर में लगभग साढ़े पांच हजार मीटर बदलने के लिए ठेकेदार को 2562 रुपये प्रति मीटर के हिसाब से पेमेंट किया गया है. सिरमौर जिले में मीटर बदलने का यह रेट अन्य जिलों के मुकाबले 6 गुना अधिक है, जबकि अन्य जिलों में मीटर बदलने के लिए 500 रुपये के आसपास पेमेंट किया गया है. यह घपला विभिन्न जिलों से एकत्र की गई आरटीआई रिपोर्ट से उजागर हुआ है. हैरानी की बात यह है कि इस संबंध में अभी तक कोई जांच शुरू नहीं हुई है.
सिरमौर में ठेकेदार को दिए 6 गुना अधिक रेट
प्रदेश के एक जिले में तो करीब 20 हजार मीटर 48 लाख रुपये में बदले जाते हैं, जबकि दूसरे जिले में मात्र 5746 मीटर बदलवाने पर 6 गुणा अधिक यानि करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं. यह खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट चतर सिंह द्वारा ली गई जानकारी में हुआ है.
बिजली के पुराने सिंगल फेस मीटर बदलने में घपला
आरटीआई एक्टिविस्ट चतर सिंह ने विद्युत बोर्ड से जानकारी ली कि पुराने मीटर बदलवाने में कितना खर्च आ रहा है. इसमें उन्होंने सिरमौर के अलावा किन्नौर और सोलन जिले की जानकारी मांगी. तीनों जिलों की जानकारी आई तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. चतर सिंह को जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक सिरमौर जिला में कुल 5746 मीटर बदलने थे. यह मीटर बदलवाने के लिए ठेकेदार को प्रति मीटर 2562.16 रुपये दिये गये. इस तरह कुल मिलाकर इन मीटर को बदलवाने के लिए सिरमौर में 1 करोड़ 47 लाख रुपये से अधिक राशि खर्च कर दी गई.
आरटीआई में हुआ खुलासा
हैरानी तो तब ज्यादा हुई जब एक महीने के बाद यानि अप्रैल 2018 में किन्नौर जिला में सिरमौर से कई गुणा अधिक यानि कि 19357 मीटर मात्र 48 लाख 40 हजार रुपये में बदले गए. यही नहीं सोलन जिला में 3326 मीटर भी करीब 6555199 रुपये में बदलवाए गए.
आरटीआई के खुलासे के अनुसार किन्नौर जिले में एक मीटर को बदलवाने का रेट 250 रुपये बतया गया. वहीं, सोलन में ये 592 और 441 रुपये प्रति मीटर रहे. सिरमौर में ऐसा क्या हुआ कि विभाग ने प्रति मीटर बदलवाने के लेबर रेट ठेकेदार को 2562 रुपये दे दिए.
ऊर्जा मंत्री ने दिया आश्वासन
चतर सिंह ने विद्युत बोर्ड से रेट में इतना अंतर होने के कारणों का जवाब मांगा है, लेकिन उन्हें जबाब नहीं मिला है. चतर सिंह ने मामले की विजिलेंस जांच की भी मांग की है. जब यह मामला ऊर्जा मंत्री के संज्ञान में लाया गया, तो उन्होंने कहा कि इस बात का पता लगाया जाएगा की मीटर बदलने के रेट में आखिर इतना अंतर कैसे आया है.
ये भी पढ़ें- मेयर सत्या कौंडल ने किया रिज टैंक का निरीक्षण, वार्ड पार्षद ने उठाई ये मांग