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राजगढ़ की नैरी कोटली में आयुर्वेदिक चिकित्सालय ने लगाया जांच शिविर, रोगियों को दी गयी निःशुल्क दवाएं - आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति

आयुर्वेदिक चिकित्सालय राजगढ़ के आयुष विभाग ने ग्राम पंचायत नैरी कोटली मे एक बहु विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया. इस शिविर में लगभग 260 लोगों की जांच की गई और रोगियों के निःशुल्क टेस्ट भी किए गये. साथ ही रोगियों को निःशुल्क दवा भी दी गयी.

Ayurvedic hospital health camp at Nairi Kotli in Rajgarh
राजगढ़ की नैरी कोटली में आयुर्वेदिक चिकित्सालय ने लगाया जांच शिविर
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Published : Mar 7, 2021, 5:21 PM IST

राजगढ़ः आयुर्वेदिक चिकित्सालय राजगढ़ के आयुष विभाग ने ग्राम पंचायत नैरी कोटली में एक बहु विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया. यह चिकित्सा शिविर निःशुल्क था. इस बारे में जानकारी देते हुए उप-मंडलीय आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस शिविर का शुभारंभ पंचायत समिति राजगढ़ की चेयरमैन सरोज शर्मा ने किया है.

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लोगों को घर-द्वार पर स्वास्थ्य सुविधा

सरोज शर्मा ने कहा कि ऐसे शिविर के आयोजन से लोगों को घर-द्वार पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो जाती है. विशेषकर दूरदराज व पिछड़े क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है.

260 लोगों की जांच

सरोज शर्मा ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन स्वास्थ्य पद्धति है और इसके पद्धति से इलाज करने पर दवाओं का शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता. इस शिविर में लगभग 260 लोगों की जांच की गई और रोगियों के निःशुल्क टेस्ट भी किए गये. साथ ही रोगियों को निःशुल्क दवा भी दी गयी.

ये भी पढ़ें: मंत्री सरवीण चौधरी ने बजट को सराहा

राजगढ़ः आयुर्वेदिक चिकित्सालय राजगढ़ के आयुष विभाग ने ग्राम पंचायत नैरी कोटली में एक बहु विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया. यह चिकित्सा शिविर निःशुल्क था. इस बारे में जानकारी देते हुए उप-मंडलीय आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस शिविर का शुभारंभ पंचायत समिति राजगढ़ की चेयरमैन सरोज शर्मा ने किया है.

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लोगों को घर-द्वार पर स्वास्थ्य सुविधा

सरोज शर्मा ने कहा कि ऐसे शिविर के आयोजन से लोगों को घर-द्वार पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो जाती है. विशेषकर दूरदराज व पिछड़े क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है.

260 लोगों की जांच

सरोज शर्मा ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन स्वास्थ्य पद्धति है और इसके पद्धति से इलाज करने पर दवाओं का शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता. इस शिविर में लगभग 260 लोगों की जांच की गई और रोगियों के निःशुल्क टेस्ट भी किए गये. साथ ही रोगियों को निःशुल्क दवा भी दी गयी.

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