नाहनः जिला प्रशासन के निर्देशानुसार आयुर्वेदिक विभाग द्वारा जिला के लिए तैयार की गई आयुष किटों का वितरण पहले प्राथमिकता के आधार पर होम क्वारंटाइन किए गए लोगों को किया जा रहा है. जिला में इस वक्त करीब 2600 लोग होम क्वारंटाइन में हैं, जिन्हें 17 मई तक आयुष किटें मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा गया है. यह आयुष किट व्यक्ति की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी.
पांवटा साहिब में कोरोना के मरीज सामने आए हैं, लिहाजा संबंधित उपमंडल में यह किटें पहले दी जा रही हैं. जिला के शेष उपमंडलों में भी चंद दिनों में यह किट उपलब्ध करवा दी जाएंगी. आयुर्वेदिक विभाग के नाहन स्थित कार्यालय में आयुष काढ़ा कॉर्नर भी स्थापित किया गया है, जो कि यहां आने वाले लोगों को पिलाया जा रहा है.
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. राजेंद्र देव शर्मा ने बताया कि डीसी सिरमौर के निर्देशों पर आयुष किट जिला सिरमौर में ही दी जा रही हैं. जिसमें तीन चीजें आयुष काढ़ा, संशमनी वटी व आर्सेनिक एल्बम शामिल है. डॉ. राजेंद्र ने स्पष्ट किया कि यह किट कोई कोरोना का इलाज नहीं है, बल्कि यह तीनों चीजें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगी, क्योंकि कोरोना वायरस की रोकथाम इम्यूनिटी बढ़ाकर ही की जा सकती है.
घर-घर जाकर दी जाने वाली इन किटों के वितरण के लिए टीमें तैयार कर ली गई हैं. 17 मई तक संबंधित लोगों को यह किटें वितरित करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. पांवटा साहिब व नाहन के शहरी क्षेत्रों में इस कार्य को शुरू कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण में होम क्वारंटाइन में रहे लोगों के बाद यह आयुष किटें फ्रंट लाइन में काम कर रहे कोरोना वॉरियर्स को भी मुहैया करवाई जाएंगी, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.
पढ़ेंः आर्थिक पैकेज से हिमाचल के MSME को भी मिलेगी संजीवनी, 55 हजार उद्योंगों को लाभ