सिरमौर: उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में गिरी नदी के बहाव में फंसे सभी पांच लोगों का आज मंगलवार को सुरक्षित एयरलिफ्ट कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि यह काम फर्स्ट पैरा नाहन की ओर से सफलतापूर्वक किया गया है. उपायुक्त ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से जिले में हो रही भारी बारिश के कारण गिरी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से पांवटा के राजबन के नजदीक एक क्रेशर साइट पर पांच व्यक्ति नदी में बने टापू पर रविवार को फंस गए थे.
उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि सुबह से ही एसडीएम पांवटा गुंजीत सिंह चीमा की देखरेख में उनको बचाने का कार्य शुरू कर दिया गया था और उनकी अगुवाई में एक रेस्क्यू टीम को मौके पर तुरंत भेजा गया, लेकिन नदी का बहाव तेज होने के कारण रेस्क्यू कार्य नहीं किया जा सका. जिसके बाद एनडीआरएफ की 14वीं बटालियन से रेस्क्यू आपरेशन में मदद मांगी गई. वहीं, नदी का बहाव तेज होने के कारण व पानी के साथ बड़े-बड़े पत्थरों के बहाव के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया. उत्तराखंड के ऋषिकेश से राफ्टिंग की टीम को भी रेस्क्यू के लिये बुलाया गया.
उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि सभी विकल्पों को आजमाने के बाद जब इन लोगों का रेस्क्यू नहीं हो पाया तो जिला प्रशासन ने सभी फंसे हुए लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने हेतु फर्स्ट पैरा नाहन से सम्पर्क किया गया. उन्होंने कहा कि नाहन में फर्स्ट पैरा के कमांडेंट कर्नल रावत, और चंडी मंदिर स्थित वैस्टर्न कमांड में ऑपरेशन ब्रिगेडियर विक्रांत देशपाण्डे और कर्नल जसदीप संधू से दूरभाष पर चर्चा की और आर्मी को रेस्क्यू करने के लिए हेलिकॉप्टर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुये आर्मी और जिला प्रशासन के संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन से पांच लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया जा सका.
रेस्क्यू किए पांच लोगों में लुकमान पुत्र निवासी सहारनपुर, साजिद निवासी सहारनपुर, मेहरबान निवासी विकासनगर, समीर निवासी सहारनपुर और जोगिन्द्र पाल शर्मा निवासी किलौड़ तहसील पांवटा शामिल हैं. उपायुक्त सिरमौर ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए फर्स्ट पैरा नाहन और वेस्टर्न कमांड के अधिकारियों के साथ जिला एवं पुलिस प्रशासन और एनडीआरफ की टीम का आभार जताया है. उपायुक्त ने यह भी बताया कि आज सुबह टापू में फंसे पांच लोगों में से एक व्यक्ति के बीमार होने की सूचना मिलने पर ड्रोन के माध्यम से मेडिसिन भी भिजवाई गई.
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