नाहन: सिरमौर प्रशासन की ओर से जिला में शुरू किए गए सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल पर अब आपातकालीन स्थिति में बचाव कार्यों से जुड़े लोग व जेसीबी सेवा प्रदाता भी अपना पंजीकरण करवा सकते हैं, ताकि कोई भी हादसा होने की स्थिति में समय पर लोगों को बचाया जा सके. इसके अतिरिक्त कारीगरों को भी इस पोर्टल से जोड़ा गया है.
कोरोना वायरस के चलते जिला में आवश्यक सेवाओं को घर द्वार पर मुहैया करवाने के लिए सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल का शुभारंभ अभी हाल ही में किया गया था, जिसमें लोगों को 50 से अधिक सेवाएं प्राप्त हो सकेंगी. इस पोर्टल पर अभी तक 800 से अधिक सेवा प्रदाताओं ने पंजीकरण किया है, जिसमें बचाव काम से जुड़े लोग, नाई, इलेक्ट्रिशियन, टैक्सी सेवा प्रदाता व कर ड्राइवर, लेखाकार, प्लंबर और कारपेंटर शामिल है.
सिरमौर पोर्टल पर 41 ट्रेड का चयन
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने बताया कि सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल पर जो भी प्रोफेशनल्स हैं, वह इस पर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. डीसी ने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया के लिए सेवा प्रदाता के पास मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है, जिस पर ओटीपी के माध्यम से ही पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होगी. उन्होंने बताया कि अभी तक इस पोर्टल पर 41 ट्रेड का चयन किया गया है और आने वाले दिनों में यह 50 भी हो सकते हैं.
डीसी ने बताया कि मानसून सीजन को देखते हुए अब इस पोर्टल पर आपातकालीन स्थिति में बचाव कार्यों से जुड़े लोग व जेसीबी सेवा प्रदाता भी अपना पंजीकरण करवा सकते हैं, जो व्यक्ति इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाएंगे, उनके लिए बकायदा ट्रेनिंग भी आयोजित करवाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से सेवा प्रदाताओं को मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत सम्मिलित किया जाएगा, जिससे भविष्य में उन्हें स्वावलंबी बनने के लिए संबंधित योजना के माध्यम से ऋण उपलब्ध हो सके. डीसी ने कहा कि सिरमौर जिला में एक हब बनाने का प्रयास रहेगा, ताकि भारत वर्ष में जो नारा है मेक इन इंडिया, उसके तहत हम इसे मेक इन सिरमौर से चालू करेंगे.
कुल मिलाकर जिला प्रशासन की इस पहल से जहां एक तरफ लोगों को कोरोना संकट के बीच भी सभी प्रकार की सेवाएं फोन कॉल के माध्यम से घर बैठे ही प्राप्त हो सकेगी. वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन की वजह से रोजगार खो चुके कुशल लोगों को भी काम मिल सकेगा.