पांवटा साहिब: हिमाचल-उत्तराखंड की सीमा पर स्थित आसन बैराज विदेशी परिंदों की चहचहाहट से गुलजार हो गया है. पक्षी प्रेमियों के लिए यहां पर साइबेरियन समेत देश-विदेश से पहुंचे परिंदे आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. जिन्हें देखने के लिए बड़ी तादाद में सैलानी आसन बैराज पहुंचते हैं.
आसन बैराज में वन विभाग के अधिकारी दाताराम उप्रेती ने बताया कि सर्दियों के मौसम में विदेशों में झीलें और समुद्र की सतह जम जाती हैं. जिसके चलते विदेशी मेहमान अन्य बड़ी झीलों की ओर रुख करते हैं. आसन बैराज की बात की जाए तो इन दिनों यहां रोजाना सैकड़ों की तादाद में 'विदेशी मेहमान' पहुंच रहे हैं. अब तक आसन बैराज में देश-विदेश से 5100 जल पक्षी पहुंच चुके हैं. आसन बैराज के अधिकारियों ने बताया कि ठंड बढ़ने पर पक्षियों की संख्या में और भी इजाफा होगा.
वन विभाग के अधिकारी दाताराम उप्रेती ने बताया कि ठंड शुरू होते ही आसन वेटलैंड बैराज में देश-विदेश से जल पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है. वे मार्च तक यहीं पर डेरा जमा कर रखेंगे. गर्मियों के शुरू होते ही विदेशी मेहमान अपने-अपने देशों की ओर लौट जाएंगे. उन्होंने बताया कि रोजाना उनकी टीम सभी पक्षियों पर निगरानी रखती है और साथ ही स्पीकर के माध्यम से अनाउंसमेंट भी की जाती है कि तालाब के किनारे किसी भी तरह का गैर कानूनी काम न करें.
इन प्रजातियों के पक्षी पहुंचे आसन बैराज: पक्षी विशेषज्ञ रुचि बडोला ने बताया कि आसन बैराज विदेशी परिंदों के लिए अनुकूल स्थान है. आसन बैराज झील में विदेशी परिंदों की पसंद का खाना मौजूद रहता है. इस बार आसन बैराज झील में शेलडक, पिनटेल्स, रूडी, यूरेशियन शावलरए, रेड ग्रेस्टर, पोचार्ड डक, टफ्ड स्पाट, बिल मोरगेन और टील प्रजाति के पक्षी पहुंचे हैं. यह प्रवासी पक्षी मार्च तक यहीं पर रहेंगे. वहीं, इन विदेशी पक्षियों की देखरेख के लिए 7 जवानों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है, जो विदेशी मेहमानों का ध्यान रख रहे हैं. वहीं, इन विदेशी मेहमानों के देखने के लिए भारी तादाद में पर्यटक भी पहुंच रहे हैं. विदेशी मेहमानों और पर्यटकों के आने से आसन बैराज में इन दिनों चहल-पहल बढ़ गई है.
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