नाहन: सिरमौर जिला में इस वर्ष अगस्त माह तक 150 अमृत सरोवर (तालाब) बनकर तैयार हो जाएंगे. जिला प्रशासन ने पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जिला में अमृत सरोवर के निर्माण का लक्ष्य दोगुणा रखा है. गत वर्ष जिला में 75 अमृत सरोवर का निर्माण किया गया था. लिहाजा नए अमृत सरोवर के निर्माण के बाद जिला में इनकी संख्या 225 तक पहुंच जाएंगी. दरअसल केंद्र की मोदी सरकार के दिशा निर्देशों पर आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर सभी जिलों में अमृत सरोवरों का निर्माण किया रहा है. इसी के तहत जिला में भी यह कार्य प्रगति पर है.
पिछले वर्ष तैयार किए गए अमृत सरोवर किसानों व स्थानीय लोगों के लिए भी लाभदायक साबित हो रहे हैं. प्रशासन की मानें तो इस वर्ष 15 अगस्त से पहले यह 150 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. लिहाजा इन अमृत सरोवर के निर्माण पर कार्य चल रहा है. जिला में कुछ अमृत सरोवर का निर्माण वन विभाग, जल शक्ति विभाग के माध्यम से किया जा रहा है, जबकि शेष का निर्माण जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के माध्यम से हो रहा है.
वर्ष 2022 की तर्ज पर इस वर्ष भी अमृत सरोवर का निर्माण पूरा होने के बाद 15 अगस्त को संबंधित क्षेत्रों में तैयार हुए अमृत सरोवर के साथ स्थानीय स्तर पर आजादी का जश्न मनाया जाएगा. अमृत सरोवर का उद्घाटन वहां के किसी वरिष्ठ नागरिक, शहीद के परिवार के सदस्य या फिर क्षेत्र के स्वतंत्रता सैनानी के माध्यम से किया जाएगा, जो यहां ध्वजारोहण कर जनता को यह अमृत सरोवर समर्पित करेंगे.
डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने बताया कि पिछले वर्ष बनाए गए 75 अमृत सरोवर की खासियत यह रही कि यह बरसात से पहले बनाए जा चुके थे. इसके चलते इनमें बरसात के पानी का अच्छा खासा संग्रहण किया गया. इससे जमीन के भीतर पानी की मात्रा भी बढ़ी. साथ ही गर्मियों में भी इनमें पानी की उपलब्ध रहेगी. सरोवर के पानी का प्रयोग सिंचाई आदि के लिए भी किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिला में 150 अमृत सरोवर का निर्माण 15 अगस्त से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
आजादी के पर्व पर स्थानीय स्तर पर इनका शुभारंभ करवाया जाएगा, जिसमें स्थानीय लोग भी शामिल होंगे, ताकि उन्हें अपनापन महसूस हो और वह इन अमृत सरोवरों का रखरखाव कर इनका भरपूर लाभ उठा सके. कुल मिलाकर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बनाए जा रहे यह अमृत सरोवर जल संरक्षण की दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे, तो वहीं खासकर स्थानीय क्षेत्रों में कृषि व बागवानी के क्षेत्र में भी काफी कारगर साबित होंगे.
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