शिमलाः हिमाचल में किसान आंदोलन के समर्थन में पहली बार स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों ने राजधानी शिमला में विरोध मार्च निकाला. मार्च में शामिल ज्यादातर छात्रों का संबंध सेब-बाहुल क्षेत्र से है. छात्रों ने युवा पीढ़ी को किसान आंदोलन के समर्थन में जागरुक भी किया.
सरकार से कृषि कानून वापिस लेने की मांग
मार्च में पहुंची अयाना का कहना है कि आज वह समय आ गया है, जब युवा पीढ़ी को देश के महत्वपूर्ण फैसलों पर अपनी राय देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यदि आज की युवा पीढ़ी जागरूक नहीं होगी और अपने हक के लिए आवाज नहीं उठाएगी, तो कुछ लोग देश को अपनी मर्जी से चलाने की कोशिश करेंगे.
किसानों की मांगें माने सरकार
उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता दिल्ली में पिछले 76 दिनों से अधिक धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांगों को केंद्र सरकार नहीं मान रही है, जबकि किसान हित में केंद्र सरकार को इन कानून को वापस लेना चाहिए, ताकि किसानों का आंदोलन खत्म हो.
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