शिमला: स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित घोटाले को लेकर हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस की रोहड़ू इकाई ने निष्पक्ष जांच की मांग की है. युवा कांग्रेस के सदस्यों ने शनिवार को मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसडीएम रोहड़ू बीआर शर्मा को ज्ञापन सौंपा.
युवा कांग्रेस की रोहड़ू इकाई के सदस्यों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में इस घोटाले के उजागर होने के बाद देश व प्रदेश में इसकी खूब चर्चा व सरकार की किरकिरी हुई. कोरोना जैसी महामारी में घोटाला उजागर होने से प्रदेश की जनता में सरकार के ऊपर से विश्वास उठ गया है. इस घोटाले को लेकर भाजपा के बड़े नेताओं पर आरोप लगने शुरू हुए. आरोपी स्वास्थ्य निदेशक की सेवानिवृति के बाद सेवा विस्तार देने के लिए भाजपा नेता द्वारा ही पैरवी की जा रही थी, जिससे ऐसा प्रतीत होता कि इस घोटाले के तार भाजपा सरकार से जुड़े हैं.
ज्ञापन पत्र में लिखा गया है कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान इस प्रकार के घोटाले की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है और प्रदेश सरकार के भीतर फैले भ्रष्टाचार को उजागर करती है. हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच प्रदेश के किसी भी वर्तमान न्यायाधीश के अधीन हो और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो.
युवा कांग्रेस की मांग है कि इस घोटाले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. उनका कहना है कि प्रदेश की जनता इस बात से भली भांति परिचित है कि स्वास्थ्य विभाग व स्वास्थ्य निदेशक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अधीन नहीं बल्कि प्रदेश सरकार के अधीन काम करता है. भाजपा की तरफ से संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया है, जोकि महज मामले से ध्यान भटकाने का प्रयास है. प्रदेश में पिछले कुछ महीने से स्वास्थ्य मंत्री का पद खाली होने के बाद से यह विभाग हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अधीन है और यह घोटाल सरकार की नाकामी को दर्शाता है. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.