शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना काल में परीक्षाओं करवाने के फैसले के खिलाफ युवा कांग्रेस और छात्र संगठन एनएसयूआई प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने की मांग को लेकर युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के साथ मिलकर ब्लॉक स्तर पर 2 दिन का अनशन शुरू किया गया है और सरकार से मांगें न मानने पर मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने का ऐलान भी कर दिया है.
शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर युवा कांग्रेस (Youth Congress) के अध्यक्ष निगम भंडारी और छात्र संगठन एनएसयूआई अनशन पर बैठ गए और आगामी दिनों में उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी ने कहा कि कोरोना का संक्रमण कम नहीं हुआ है और सरकार कॉलेजों में छात्रों की परीक्षाएं करवा कर छात्रो की जान को जोखिम में डालने का काम कर रही है.
'सरकार एक जुलाई से परीक्षाएं करवा रही है, जोकि गलत निर्णय'
युवा कांग्रेस लंबे समय से अंतिम वर्ष के छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा करवाने के साथ हो प्रथम ओर द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने की मांग की जा रही थी, लेकिन सरकार एक जुलाई से परीक्षाएं करवा रही है, जोकि गलत निर्णय है. उन्होंने कहा कि सरकार ऑनलाइन पढ़ाई करवा सकती है तो ऑनलाइन परीक्षाएं क्यों नहीं करवा रही है. जबकि पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन परीक्षाएं करवा रही है.
'मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने से भी युवा कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी'
निगम भंडारी ने कहा कि सरकार के परीक्षाएं करवाने के फैसले के खिलाफ आज से दो दिन का अनशन शुरू किया गया है और ब्लॉक स्तर पर युवा कांग्रेस (youth congress) और एनएसयूआई के कार्यकर्ता अनशन पर बैठे है और यदि सरकार इसके बाद भी मांगे नहीं मानती हैं तो आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने से भी युवा कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी.
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