शिमला: प्रदेश सरकार ने हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया है. इसके बाद इसके माध्यम से करवाई जा रही भर्तियां भी लटक गई हैं. इनमें कई भर्तियां ऐसी हैं, जिनकी लिखित परीक्षा हो चुकी है और उनमें पास हुए अभ्यर्थियों की डॉक्यूमेंटेशन भी हो चुकी है. हालांकि सरकार की ओर से इन भर्तियों का रिजल्ट घोषित करने की बात बार-बार की जा रही है, लेकिन लंबे समय से रिजल्ट घोषित न होने से युवाओं का सब्र भी टूटने लगा है. युवाओं ने सरकार के रवैये से नाराज होकर बेरोजगार आत्मसम्मान सत्याग्रह छेड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके तहत पोस्ट कोड 980 के अभ्यर्थियों ने 5 जून को शिमला में रैली करने का ऐलान किया है. इस रैली में अन्य पोस्ट कोड की भर्तियों के अभ्यर्थियों को भी बुलाया गया है.
अधर में लटकी 42 पोस्ट कोड भर्तियां: सरकार ने हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग तो भंग कर दिया है, लेकिन इसके माध्यम से हो रही भर्तियों के रिजल्ट को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. इससे हजारों युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है. मौजूदा समय में करीब 42 पोस्ट कोड की भर्तियां जो कि चयन आयोग के भंग होने के बाद फंसी हुई हैं. इनमें 22 में विजिलेंस की जांच चल रही है. इन्हीं में से एक भर्ती पोस्ट कोड 980 की भी है. जिसके तहत स्कूलों में कला अध्यापकों के 314 पदों को भरा जाना था.
पेपर लीक के बाद फंसी कला अध्यापकों की भर्ती: हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की ओर से पोस्ट कोड 980 भर्ती के लिए बीते जून 2022 में आवेदन मांगे गए थे और 8 सितंबर को इसके लिए लिखित परीक्षा हुई थी. इसका रिजल्ट 3 दिसंबर को निकाला गया था, जिसमें 971 उम्मीदवार पास भी हुए थे. इसके बाद इन उम्मीदवारों की डॉक्यूमेंटेशन 16 से 21 दिसंबर तक पूरी की गई, लेकिन इस बीच यहां पेपर लीक का मामला सामने आ गया. जिसके बाद आयोग के कामकाज को निलंबित कर दिया गया. इसके बाद आयोग को पूरी तरह से भंग कर दिया गया. जांच में सामने आया था कि कई पेपर लीक हुए हैं जिनमें पोस्ट कोड 980 भी शामिल हैं. इस मामले में विजिलेंस ने एक महिला परीक्षार्थी को गिरफ्तार भी किया था.
सीएम के सामने भी रखेंगे अपना पक्ष: बेरोजगार युवा अभ्यर्थी 5 जून को शिमला में रैली करने जा रहे हैं. इसके लिए सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से युवाओं को इस रैली के लिए आमंत्रित किया जा रहा है. रैली के बाद युवक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी मिलेंगे. बेरोजगार कला अध्यापक संघ के प्रदेश उप सचिव जगदीश ठाकुर का कहना है कि एक तो पहले ही कला अध्यापकों की कम भर्तियां की जा रही हैं, पूरे प्रदेश में करीब 1100 स्कूलों में कला अध्यापक नहीं है. सरकार इन पदों को भरने के लिए एक सौ बच्चों की कंडीशन लगा रखी है, जो कि सही नहीं है. वहीं पहले हो रही भर्ती को भी जांच के नाम पर लटकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों का मानना है कि अगर किसी व्यक्ति ने कुछ गलत किया है तो उसको इसकी सजा मिलनी चाहिए. जिन युवाओं ने मेहनत से परीक्षा पास की है उनको इसका भुक्तभोगी नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार के ढीले रवैये के चलते बेरोजगार युवा रैली करने की तैयारी कर रहे हैं. अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से मिलकर भर्ती का रिजल्ट जल्द से जल्द घोषित करने की भी मांग करेंगे.
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