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हिमाचल में युवा वोटर तय करेंगे किसकी बनेगी सरकार, 40 वर्ष से कम आयु के हैं 45 फीसदी Voter

हिमाचल प्रदेस विधानसभा चुनाव अब दहलीज पर हैं. इन चुनावों में युवा वर्ग के वोटरों का अहम योगदान रहने वाला है. ऐसा इसलिए, क्योंकि राज्य में सबसे ज्यादा संख्या युवा वोटरों की (Himachal assembly election 2022) है. किसी भी आयु वर्ग में यह वर्ग सबसे ज्यादा हैं. हिमाचल में कुल वोटरों के करीब 45 फीसदी वोटर 40 साल से कम आयु वर्ग के हैं. जाहिर है कि किसी पार्टी को अगर सत्ता में पहुंचना है, तो उन्हें इस वर्ग के वोटरों को भरोसे में लेना होगा. ऐसे में नजर डालते हैं की हिमाचल में किस वर्ग में आखिर कितने मतदाता हैं और इनका क्या समीकरण रहने वाला है...

हिमाचल विधानसभा चुनाव
हिमाचल विधानसभा चुनाव
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Published : Oct 31, 2022, 10:06 PM IST

शिमला: हिमाचल में युवा वोटर ही राज्य में बनने वाली सरकार को तय (Himachal assembly election 2022) करेंगे. किसी भी आयु वर्ग में यह वर्ग सबसे ज्यादा हैं. हिमाचल में कुल वोटरों के करीब 45 फीसदी वोटर 40 साल से कम आयु वर्ग के हैं. जाहिर है कि किसी पार्टी को अगर सत्ता में पहुंचना है, तो उन्हें इस वर्ग के वोटरों को भरोसे में लेना होगा. राज्य चुनाव आयोग के डाटा के अनुसार हिमाचल में आम वोटरों की संख्या 55,25,247 है. इसके अलावा 16 एनआरआई और 67,559 सर्विस वोटर भी हिमाचल में हैं.

इसी तरह राज्य में कुल वोटर की संख्या 55,92,828 है (Total voters in Himachal Pradesh), जिनमें 27,37,845 महिलाएं (Female voters in Himachal), 28,54,945 पुरुष (Male voters in Himachal) और 38 थर्ड जेंडर हैं. हिमाचल में नए वोटरों की संख्या हालांकि अभी कम है, लेकिन चुनाव में यह वर्ग भी अहम रोल निभााएगा. हिमाचल में 18-19 आयु वर्ग के नए वोटरों की संख्या 1,93,106 हैं, जो कि कुल वोटरों का करीब 3.49 फीसदी बनता है. इसी तरह हिमाचल में 20 से 29 साल की आयु वर्ग के वोटरों की संख्या भी काफी ज्यादा है. इस वर्ग के कुल 10,85,083 वोटर हैं, जो कुल वोटरों की करीब 19.63 फीसदी बनता है.

मुख्य निवार्चन अधिकारी मनीष गर्ग.

इसी तरह 30 साल से कम आयु के वोटरों (Young voters in Himachal) की संख्या को देखें तो यह कुल वोटरों की संख्या का करीब 23.12 फीसदी बनता है. ये वोटरों का ऐसा वर्ग है, जो नए विचारों से ओत-प्रोत होता है और अपने भविष्य को देखकर ही वोट डालता है. इनके लिए रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दे काफी अहम रहते हैं. आंकड़ों को देखें तो हिमाचल में 30 से 39 साल की आयु के वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है. हिमाचल में 30 से 39 साल की आयु के वोटरों की संख्या करीब 12,05,274 है, जो कि कुल वोटर का करीब 21.81 फीसदी है.

इसी तरह अगर 40 साल से कम आयु वर्ग के वोटरों की संख्या (18 से 39 साल के वोटरों की संख्या) को देखें तो यह सभी वोटरों की करीब 44.93 फीसदी बनता है. हिमाचल में 40 से 49 साल की आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 11,50,809 हैं, जो कि कुल वोटरों की संख्या का 20.82 फीसदी के करीब है. इसी तरह 50 से 59 साल के आयु के वोटरों की संख्या 8,98,229 है, जो कि कुल वोटरों का करीब 16.25 फीसदी है.

वहीं, 60 से 69 आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 5,7798 हैं, जिसकी वोटरों में 10.46 फीसदी की हिस्सेदारी है. इसी तरह 70 से 79 की आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 29,33,71 है, जो कुल वोटरों का 5.30 फीसदी बनता है. वहीं, हिमाचल में बुजुर्ग वोटर (Elderly voters in Himachal) भी लोकतंत्र के इस पर्व में अपने वोट की आहूति डालेंगे. हिमाचल में करीब 1,21,409 वोटर हैं, जो कि 80 साल से अधिक आयु के हैं. यह कुल वोटर का करीब 2.19 फीसदी बनता है.

मुख्य निवार्चन अधिकारी मनीष गर्ग ने ईटीवी के साथ खास बातचीत में कहा कि 12 नवंबर को होने वाले चुनावों के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. पोलिंग पार्टियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है. ईवीएम की चेकिंग भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव आयोग ने नए वोटरों को जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया है. वोटरों की संख्या बढ़ाने के लिए भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में युवा वर्ग के वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा अधिक से अधिक लोगों को वोटर बनाने के लिए अगस्त माह से एक उत्सव कार्यक्रम लांच किया गया था, जिसके तहत कॉलेजों में कैंप लगाए गए.

इसके अलावा 60 फीसदी से कम वाले पोलिंग स्टेशनों पर भी कैंप लगाए गए और जिन विधानसभा क्षेत्रों में कम वोट पड़ते हैं, उन पर ज्यादा फोकस किया गया है, ताकि अधिक संख्या में वोटर मतदान के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों और 80 साल से अधिक के वोटरों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा दी गई है. उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोटिंग के लिए आने की अपील की है.

ये भी पढ़ें: चुनाव में 'जमानत जब्त' होना क्या होता है, जानिए कितने वोट पर बचती है जमानत ?

शिमला: हिमाचल में युवा वोटर ही राज्य में बनने वाली सरकार को तय (Himachal assembly election 2022) करेंगे. किसी भी आयु वर्ग में यह वर्ग सबसे ज्यादा हैं. हिमाचल में कुल वोटरों के करीब 45 फीसदी वोटर 40 साल से कम आयु वर्ग के हैं. जाहिर है कि किसी पार्टी को अगर सत्ता में पहुंचना है, तो उन्हें इस वर्ग के वोटरों को भरोसे में लेना होगा. राज्य चुनाव आयोग के डाटा के अनुसार हिमाचल में आम वोटरों की संख्या 55,25,247 है. इसके अलावा 16 एनआरआई और 67,559 सर्विस वोटर भी हिमाचल में हैं.

इसी तरह राज्य में कुल वोटर की संख्या 55,92,828 है (Total voters in Himachal Pradesh), जिनमें 27,37,845 महिलाएं (Female voters in Himachal), 28,54,945 पुरुष (Male voters in Himachal) और 38 थर्ड जेंडर हैं. हिमाचल में नए वोटरों की संख्या हालांकि अभी कम है, लेकिन चुनाव में यह वर्ग भी अहम रोल निभााएगा. हिमाचल में 18-19 आयु वर्ग के नए वोटरों की संख्या 1,93,106 हैं, जो कि कुल वोटरों का करीब 3.49 फीसदी बनता है. इसी तरह हिमाचल में 20 से 29 साल की आयु वर्ग के वोटरों की संख्या भी काफी ज्यादा है. इस वर्ग के कुल 10,85,083 वोटर हैं, जो कुल वोटरों की करीब 19.63 फीसदी बनता है.

मुख्य निवार्चन अधिकारी मनीष गर्ग.

इसी तरह 30 साल से कम आयु के वोटरों (Young voters in Himachal) की संख्या को देखें तो यह कुल वोटरों की संख्या का करीब 23.12 फीसदी बनता है. ये वोटरों का ऐसा वर्ग है, जो नए विचारों से ओत-प्रोत होता है और अपने भविष्य को देखकर ही वोट डालता है. इनके लिए रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दे काफी अहम रहते हैं. आंकड़ों को देखें तो हिमाचल में 30 से 39 साल की आयु के वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है. हिमाचल में 30 से 39 साल की आयु के वोटरों की संख्या करीब 12,05,274 है, जो कि कुल वोटर का करीब 21.81 फीसदी है.

इसी तरह अगर 40 साल से कम आयु वर्ग के वोटरों की संख्या (18 से 39 साल के वोटरों की संख्या) को देखें तो यह सभी वोटरों की करीब 44.93 फीसदी बनता है. हिमाचल में 40 से 49 साल की आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 11,50,809 हैं, जो कि कुल वोटरों की संख्या का 20.82 फीसदी के करीब है. इसी तरह 50 से 59 साल के आयु के वोटरों की संख्या 8,98,229 है, जो कि कुल वोटरों का करीब 16.25 फीसदी है.

वहीं, 60 से 69 आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 5,7798 हैं, जिसकी वोटरों में 10.46 फीसदी की हिस्सेदारी है. इसी तरह 70 से 79 की आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 29,33,71 है, जो कुल वोटरों का 5.30 फीसदी बनता है. वहीं, हिमाचल में बुजुर्ग वोटर (Elderly voters in Himachal) भी लोकतंत्र के इस पर्व में अपने वोट की आहूति डालेंगे. हिमाचल में करीब 1,21,409 वोटर हैं, जो कि 80 साल से अधिक आयु के हैं. यह कुल वोटर का करीब 2.19 फीसदी बनता है.

मुख्य निवार्चन अधिकारी मनीष गर्ग ने ईटीवी के साथ खास बातचीत में कहा कि 12 नवंबर को होने वाले चुनावों के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. पोलिंग पार्टियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है. ईवीएम की चेकिंग भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव आयोग ने नए वोटरों को जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया है. वोटरों की संख्या बढ़ाने के लिए भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में युवा वर्ग के वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा अधिक से अधिक लोगों को वोटर बनाने के लिए अगस्त माह से एक उत्सव कार्यक्रम लांच किया गया था, जिसके तहत कॉलेजों में कैंप लगाए गए.

इसके अलावा 60 फीसदी से कम वाले पोलिंग स्टेशनों पर भी कैंप लगाए गए और जिन विधानसभा क्षेत्रों में कम वोट पड़ते हैं, उन पर ज्यादा फोकस किया गया है, ताकि अधिक संख्या में वोटर मतदान के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों और 80 साल से अधिक के वोटरों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा दी गई है. उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोटिंग के लिए आने की अपील की है.

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