शिमला: कांग्रेस और बीजेपी नगर निकाय के बाद अब जिला परिषद में उम्मीदवारों की जीत के दावे कर रही है. शिमला जिला में कांग्रेस ने 13 सीटें जीतने का दावा किया है और सरकार की 3 साल के कार्यकाल की विफलताओं के खिलाफ जनादेश करा दिया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर ऑब्जर्वर तैनात
वहीं, कांग्रेस ने शिमला जिला में जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चयन के लिए पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर को ऑब्जर्वर तैनात किया है. शिमला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष यशवंत छाजटा राजधानी शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि शिमला में नगर निकाय जीतने के बाद जिला परिषद में भी जीत का कांग्रेस ने परचम लहराया है.
'BJP का 9 सीटों पर जीत का दावा झूठ'
यशवंत छाजटा ने कहा कि जिला परिषद के 24 में से 13 सीटें कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार जीत के आए हैं जबकि भाजपा के केवल चार उम्मीदवार ही जीत पाए हैं. इसके अलावा अन्य निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से 9 सीटों पर जीत का दावा किया जा रहा था जो सरासर झूठ है. रामपुर, शिमला ग्रामीण, कसुम्पटी, ठियोग और विधानसभा क्षेत्र में भाजपा खाता भी नहीं खोल पाई है. उन्होंने कहा कि यह सरकार बागवान विरोधी है और शिमला जिला के लोगों ने प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों का कांग्रेस के समर्थन में जनादेश देकर सरकार को करारा जवाब दिया है.
'निर्दलीय उम्मीदवारों को अपनी बता रही भाजपा'
यशवंत छाजटा ने कहा कि बीजेपी ने अपने जिला परिषद के उम्मीदवारों की सूची जारी की थी और सूची में केवल चार उम्मीदवार जीते हैं. अब बीजेपी निर्दलीय उम्मीदवारों को अपना बता रहे हैं. कांग्रेस जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को अपना बनाएगी.
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