ETV Bharat / state

शिमला में कोरोना मरीजों के लिए होने लगी बेड की कमी, केएनएच को बनाया जाएगा कोविड केयर सेंटर

शिमला में कोरोना मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ती आ रही है. ऐसे में अब प्रदेश के एकमात्र महिला एवं शिशु अस्पताल केएनएच काे भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अधिग्रहित करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें ने केएनएच का दाैरा कर लिया है. शुरूआत में यहां पर 50 बेड लगाए जाएंगे, उसके बाद मरीजाें के बढ़नें के साथ-साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.

sml
फोटो
author img

By

Published : May 13, 2021, 7:30 PM IST

शिमलाः काेराेना की लहर बेकाबू हाेती जा रही है. राेजाना 300 से ज्यादा मरीज जिलाभर से आ रहे हैं. ऐसे में अब लगातार बेड की कमी भी हाेती जा रही है. अभी तक शिमला में जितने भी काेविड केयर सेंटर बनाए गए हैं, उनमें मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब प्रदेश के एकमात्र महिला एवं शिशु अस्पताल केएनएच काे भी कोविड मरीजों के लिए 50 बेड बनाने की तैयारी की जा रही है.

इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें ने केएनएच का दाैरा कर लिया है. शुरूआत में यहां पर 50 बेड लगाए जाएंगे, उसके बाद मरीजाें के बढ़ने के साथ-साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.अभी तक आईजीएमसी शिमला, डीडीयू, काेविड केयर सेंटर मशाेबरा, आयुर्वेदिक अस्पताल छाेटा शिमला जिलाभर के कई सरकारी अस्पतालाें में मरीजाें काे रखा जा रहा है. बीते वर्ष मई माह में शिमला में पहला केस आया था, उसके बाद दिसंबर तक लगातार मरीज आए, मगर आईजीएमसी, डीडीयू और काेविड केयर सेंटर्स में ही मरीजाें का इलाज किया गया. मगर अब काेराेना से हालात यह हाें गए हैं कि शहर के सभी सरकारी अस्पतालाें का अधिग्रहण कर लिया गया है. यहां तक कि प्रशासन ने शहर के निजी अस्पताल तेंजिन, श्रीराम, सैनेटाेरियम अस्पताल काा भी अधिग्रहण करने की तैयारी की है. इन सभी अस्पतालाें से एक प्रपाेजल मांगा गया है.

वीडियो..

ओपीडी भी चलती रहेगी

हालांकि केएनएच काे काेविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है, मगर स्वास्थ्य विभाग यहां पर ओपीडी बंद नहीं करेगा क्याेंकि केएनएच अस्पताल प्रदेश का एकमात्र अस्पताल है. यहां पर प्रदेशभर से महिलाएं इलाज के लिए आती हैं. ऐसे में अगर इसमें ओपीडी बंद कर दी गई ताे महिलाओं काे इलाज के लिए परेशानी आएगी. ऐसे में यहां पर ओल्ड बिल्डिंग काे काेराेना मरीजाें के लिए अधिग्रहित किया जा सकता है, जबकि नई बिल्डिंग में महिलाओं का इलाज चलता रहेगा. अभी भी यहां पर राेजाना 300 से 400 महिलाएं इलाज के लिए राेजाना आती है.

बता दें कि काेराेना मरीजाें का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. राेजाना शिमला में 150 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं. काेराेना का नया स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक है. इसमें काफी तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं. यही नहीं आईजीएमसी में राेजाना 6 से 8 मरीजाें की माैत भी हाे रही है. बीते साेमवार काे एक साथ 13 मरीजाें की जान गई.

केएनएच काे किया जा रहा एक्वायर:पठानिया

आईजीएमसी के प्रधानाचार्य प्राे. रजनीश पठानिया ने बताया कि काेराेना मरीजाें काे बेड की कमी ना रहे इसके लिए केएनएच अस्पताल में बेड लगाने पर विचार किया जा रहा है. यहां पर दाैरा कर पूरी व्यवस्थाएं देखी गई हैं. शुरूआत में यहां पर 50 बेड लगाए जाएंगे. अगर जरूरी पड़ी ताे बेड की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है. काेशिश की जा रही है कि काेविड के हर मरीज काे बेहतर इलाज दिया जाए.

ये भी पढ़ें- शिमला सहित कई हिस्सों में हो रही झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया ओरेंज अलर्ट

शिमलाः काेराेना की लहर बेकाबू हाेती जा रही है. राेजाना 300 से ज्यादा मरीज जिलाभर से आ रहे हैं. ऐसे में अब लगातार बेड की कमी भी हाेती जा रही है. अभी तक शिमला में जितने भी काेविड केयर सेंटर बनाए गए हैं, उनमें मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब प्रदेश के एकमात्र महिला एवं शिशु अस्पताल केएनएच काे भी कोविड मरीजों के लिए 50 बेड बनाने की तैयारी की जा रही है.

इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें ने केएनएच का दाैरा कर लिया है. शुरूआत में यहां पर 50 बेड लगाए जाएंगे, उसके बाद मरीजाें के बढ़ने के साथ-साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.अभी तक आईजीएमसी शिमला, डीडीयू, काेविड केयर सेंटर मशाेबरा, आयुर्वेदिक अस्पताल छाेटा शिमला जिलाभर के कई सरकारी अस्पतालाें में मरीजाें काे रखा जा रहा है. बीते वर्ष मई माह में शिमला में पहला केस आया था, उसके बाद दिसंबर तक लगातार मरीज आए, मगर आईजीएमसी, डीडीयू और काेविड केयर सेंटर्स में ही मरीजाें का इलाज किया गया. मगर अब काेराेना से हालात यह हाें गए हैं कि शहर के सभी सरकारी अस्पतालाें का अधिग्रहण कर लिया गया है. यहां तक कि प्रशासन ने शहर के निजी अस्पताल तेंजिन, श्रीराम, सैनेटाेरियम अस्पताल काा भी अधिग्रहण करने की तैयारी की है. इन सभी अस्पतालाें से एक प्रपाेजल मांगा गया है.

वीडियो..

ओपीडी भी चलती रहेगी

हालांकि केएनएच काे काेविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है, मगर स्वास्थ्य विभाग यहां पर ओपीडी बंद नहीं करेगा क्याेंकि केएनएच अस्पताल प्रदेश का एकमात्र अस्पताल है. यहां पर प्रदेशभर से महिलाएं इलाज के लिए आती हैं. ऐसे में अगर इसमें ओपीडी बंद कर दी गई ताे महिलाओं काे इलाज के लिए परेशानी आएगी. ऐसे में यहां पर ओल्ड बिल्डिंग काे काेराेना मरीजाें के लिए अधिग्रहित किया जा सकता है, जबकि नई बिल्डिंग में महिलाओं का इलाज चलता रहेगा. अभी भी यहां पर राेजाना 300 से 400 महिलाएं इलाज के लिए राेजाना आती है.

बता दें कि काेराेना मरीजाें का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. राेजाना शिमला में 150 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं. काेराेना का नया स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक है. इसमें काफी तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं. यही नहीं आईजीएमसी में राेजाना 6 से 8 मरीजाें की माैत भी हाे रही है. बीते साेमवार काे एक साथ 13 मरीजाें की जान गई.

केएनएच काे किया जा रहा एक्वायर:पठानिया

आईजीएमसी के प्रधानाचार्य प्राे. रजनीश पठानिया ने बताया कि काेराेना मरीजाें काे बेड की कमी ना रहे इसके लिए केएनएच अस्पताल में बेड लगाने पर विचार किया जा रहा है. यहां पर दाैरा कर पूरी व्यवस्थाएं देखी गई हैं. शुरूआत में यहां पर 50 बेड लगाए जाएंगे. अगर जरूरी पड़ी ताे बेड की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है. काेशिश की जा रही है कि काेविड के हर मरीज काे बेहतर इलाज दिया जाए.

ये भी पढ़ें- शिमला सहित कई हिस्सों में हो रही झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया ओरेंज अलर्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.