शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा झुगी झोपड़ी और ढारो को नियमित करने के लिए एलान कर दिया है. वहीं, शिमला शहर में लोग नगर निगम चुनावों से पहले ही इन ढारों को नियमित करने की मांग कर रहे हैं. गुरुवार को कृष्णानगर में भीमराव अंबेडकर जयंती (Bhimrao Ambedkar Jayanti) के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज से कार्यक्रम में ही एक महिला ने इन ढारों को लेकर सवाल खड़े कर दिए. महिला ने पूछा कि सरकार कब तक इसे नियमित कर रही है. महिला ने नगर निगम चुनावों से पहले ही इसे नियमित करने की मांग की. इस दौरान शहरी विकास मंत्री गुस्सा हो गए.
महिला का आरोप है कि चुनावों से पहले हर बार ढारो को नियमित करने के वादे किए जाते हैं, लेकिन बाद में कोई पूछ ही नहीं आता है. इससे पहले भी कई बार इस तरह के वादे किए गए हैं. उन्होंने कहा कि यह चुनावी स्टंट है. शहरी विकास मंत्री से यही मांग की गई कि नगर निगम चुनावों (Shimla Municipal Corporation Election) से पहले ही इन्हें नियमित करने की घोषणा की जाए, लेकिन सुरेश भारद्वाज गुस्सा हो गए. उन्होंने कहा कि लोग नगर निगम चुनावों से पहले ही झुग्गी झोपड़ी को नियमित करने संबंधी कार्रवाई पूरी करने की मांग कर रहे हैं. यदि सरकार ने इस को लेकर फैसला ले लिया है तो नियमित करने से क्यों कतरा रहे हैं.
बता दें कि शिमला स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) ने एम्बुलेंस सड़क, भूमिया खेल मैदान, पार्किंग एवं एम्बुलेंस रोड स्टोक पैलेस और हाउसिंग बोर्ड कौलोनी में पार्किंग का उद्घाटन व शिलान्यास किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिमला शहर को 2050 तक के लिए पानी की उपलब्धता के लिए सरकार ने 1813 करोड़ रुपये की सतलुज से पानी उठाने की योजना की शुरुआत की है.