शिमला: प्रदेश सरकार हर घर मे पीने का पानी उपलब्ध करवाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन प्रदेश के कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां लोगों को पानी की एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है.ऐसा ही एक मामला कुल्लू नगौठी गांव का है, जहां 25 सालों से लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा हैं. जानकारी के मुताबिक तीन हजार लोग इससे प्रभावित हैं.
10 सालों में नहीं हुआ काम शुरू
सरकार ने इस क्षेत्र में 10 वर्ष पहले 1 करोड़ 17 लाख की पानी की परियोजना स्वीकृति की थी, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है. नगौठी गांव के समाजसेवी राहुल शर्मा ने राजधानी शिमला में पत्रकारों से बात कर अनदेखी का आरोप सरकार पर लगाया. उन्होंने कहा सरकार इस दिशा में काम नहीं कर रही. परियोजना के लिए दस साल पहले करोड़ों रुपये स्वीकृति किए थे.
नेताओं को नहीं घुसने देंगे
लॉकडाउन में गांव के लोगों ने पैसे एकत्रित कर टैंक का निर्माण किया और पाइपलाइन बिछाई, लेकिन दूसरे गांव के लोगों ने उसे उखाड़ दिया. उन्होंने कहा कि सरकार हर घर नल के बड़े-बड़े दावे कर रही, लेकिन हकीकत में नलों में पानी ही नहीं आ रहा. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द पानी की समस्या का समाधान नहीं करती तो पंचायत में किसी भी नेता को घुसने नहीं दिया जाएगा. साथ ही इस मामले को लेकर अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा.
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