शिमला: जिला में दूध फोर्टिफिकेशन को लेकर सोमवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का आयोजन निदेशक स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन एन. के. लठ्ठ की अध्यक्षता में किया गया. इस दौरान प्रदेश भर से आए डेयरी उत्पादक संघ के प्रतिनिधियों को दूध फोर्टिफिकेशन के बारे में बताया गया.
प्रतिनिधियों को बताया गया कि किस तरह से वे दूध में विटामिन ए और डी को मिला सकते हैं. कुछ समय बाद प्रदेश भर में दूध की फोर्टिफिकेशन शुरू हो जाएगी. विटामिन की कमी को दूर करने के लिए फूड एंड सेफ्टी विभाग पांच प्रकार की चीजों में फोर्टिफिकेशन करने जा रहा है. जिसमें नमक, तेल, गेहूं, आटा, दूध शामिल है.
कार्यशाला के दौरान अधिकारियों ने कहा कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाने पर हम कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. अक्सर जो भोजन हम खाते हैं उससे शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल पाता है. बता दें कि शरीर को सही मात्रा में जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने में फोर्टिफाइड फूड महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
जानिए क्या है फूड फोर्टिफिकेशन
फूड फोर्टिफिकेशन में विटामिन और मिनरल जैसे आयरन, आयोडीन, जिंक, विटामिन ए और डी और प्रमुख भोजन जैसे चावल, गेहूं, तेल, दूध और नमक शामिल है जो न्यूट्रिशन को बढ़ाते हैं. इस कार्यशाला के दौरान फूड एंड सेफ्टी से डॉ. विजया गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.