शिमला: कांग्रेस में चल रही खींचतान के बीच पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने रविवार को होली लॉज में लंच के बहाने कांग्रेस के सभी नेताओं को पास बुलाने की कोशिश की, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर सहित अधिकतर वरिष्ठ नेता होली लॉज पहुंचे, लेकिन बड़े नेताओं ने इस लंच से दूरी बनाए रखी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर, जीएस बाली, आशा कुमारी और सुधीर शर्मा सहित कांग्रेस के 9 बड़े नेता लंच में शामिल नहीं हुए.
विधायकों में वीरभद्र सिंह, मुंकेश अग्निहोत्री, राजेन्द्र राणा, इंद्रदत्त लखनपाल, पवन काजल, सुरेंद्र ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह , नंदलाल, मोहन लाल बरागटा, जगत नेगी, विक्रमादित्य सिंह, विनय कुमार बैठक में मौजूद रहे.
पूर्व विधायकों में से ठाकुर सिंह भरमौरी, चन्द्र कुमार, विद्या स्टोक, प्रकाश चौधरी, जगजीवन पाल, संजय रत्न, चंद्र कुमार, राजेश धर्माणी, कुलदीप पठानिया सहित अन्य नेता भी लंच में शामिल होने पहुंचे.
ये लंच पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा अर्की विधायक वीरभद्र सिंह के जन्मदिन के उपल्क्षय पर आयोजित किया गया था, लेकिन इसे कांग्रेस के बीच चल रही खींचतान से जोड़कर देखा जा रहा है. ढाई साल बाद एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सक्रिय हो गए हैं.
ऐसे में लंच को लेकर सभी कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया गया था, लेकिन मौजूदा कांग्रेस विधायकों में से सुखविंद्र सिंह सुक्खू और आशा कुमारी सहित अन्य ने इस बैठक से दूरी बनाए रखी, जबकि कौल सिंह, जीएस बाली, विप्लव ठाकुर, सुधीर शर्मा भी शामिल नहीं हुए.
होल लॉज में दोपहर 12 बजे से ही नेता जुटने शुरू हो गए और लंच से पहले सभी नेताओं के साथ करीब 2 घंटे तक वीरभद्र सिंह ने चर्चा की.
इस मौके पर वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वीरभद्र सिंह के जन्मदिन पर कोरोना के चलते कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया था, अब सभी नेताओं को लंच पर बुलाया गया है. यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है.
उन्होंने कहा कि काफी समय कोरोना के चलते सभी मिल नहीं पाए थे, जिसको देखते हुए सभी नेताओं को भोज पर बुलाया गया है और सरकार की कार्यप्रणाली पर चर्चा की जाएगी. यह पूरी तरह से एक पारिवारिक कार्यक्रम है जिसमें कांग्रेस के तमाम नेताओं को बुलाया गया था.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में लंच डिप्लोमेसी का चलन शुरू हुआ है. पहले कौल सिंह के घर पर लंच का आयोजन कर कांग्रेस नेताओं को बुलाया गया. अब वीरभद्र सिंह के घर पर लंच का आयोजन किया गया है, जिसमें कई नेताओं ने इससे दूरी बनाए रखी.