शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में सोमवार को पहले दिन बेशक विपक्ष ने अभूतपूर्व हंगामा किया, परंतु कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह को सत्ता पक्ष ने मेजें थपथपा कर वैल डन कहा और शाबासी दी. ऊना में शराब माफिया के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को लेकर सदन में कांग्रेस ने हंगामा किया.
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में कहा कि विधायक नामक संस्था की डिग्निटी का सवाल है और सरकार उस पर प्रहार कर रही है. कांग्रेस ने सदन में वेल में आकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. इसी बीच, स्पीकर डॉ. राजीव बिंदल ने हंगामे के बीच ही सदन की कार्यवाही शुरू कर दी. नियम-62 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में विक्रमादित्य सिंह का नाम पुकारा गया.
विक्रमादित्य सिंह ने अनिरुद्ध सिंह के साथ इस नियम के तहत पार्किंग व अवैध निर्माण पर प्रस्ताव लाया था. कांग्रेस के विधायक सदन से बाहर जा रहे थे कि स्पीकर डॉ. बिंदल ने विक्रमादित्य सिंह का नाम पुकार लिया. विक्रमादित्य सिंह को एकदम से समझ नहीं आया कि क्या किया जाए. वे अपनी सीट पर गए और संभवत: प्रयास में थे कि अपना प्रस्ताव रखें.
बस, ये देखकर सत्ता पक्ष ने मेजें थपथपाना शुरू कर दी और कहा कि वैल डन विक्रमादित्य सिंह. सत्ता पक्ष ने उन्हें शाबासी दी और कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने अपनी अंतर आत्मा की आवाज सुनी है फिर नेता प्रतिपक्ष मुकेश सदन के भीतर आए और विक्रमादित्य सिंह को बाहर चलने का इशारा किया. इस पर सत्ता पक्ष के लोग कहने लगे कि युवा विधायक को जबरदस्ती बाहर ले जा रहे हैं.
बाद में विक्रमादित्य सिंह व अनिरुद्ध सिंह सदन में आए और शोर-शराबे के बीच ये स्पष्ट करने लगे कि वे तो बाहर जा रहे थे, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव नहीं रख रहे थे.