शिमला: शिमला शहर के बाजारों में तहबाजारियों को नगर निगम वेंडिंग सर्टिफिकेट देगा. निगम की तरफ से पहले चरण में 250 तहबाजारियों को सर्टिफिकेट मिलेगे और सर्टिफिकेट की मान्यता एक वर्ष तक की होगी, जिसके बाद तहबाजारी को सर्टिफिकेट रिन्यूअल करवाने होगे.
सोमवार से नगर निगम वेंडिंग सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया शुरू करेगा. तहबाजारी को अपने स्थान पर हमेशा सर्टिफिकेट प्रदर्शित करना होगा. इस सर्टिफिकेट में तहबाजारी की फोटो, स्थायी पता, स्थान और कारोबार से संबंधित पूरा विवरण अंकित होगा. नगर निगम ने तहबाजारियों को निर्धारित स्थान पर ही बैठेने की हिदायत दी है. निर्धारित स्थान से आगे-पीछे बैठने वाले तहबाजारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनका प्रमाणपत्र भी निरस्त कर दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें हर महीने नगर निगम को तीन सौ रुपए देने होंगे.
बता दें कि रेहड़ी-फड़ी यूनियन लंबे समय से सर्टिफिकेट को लेकर आंदोलन कर रहे थे और सर्टिफिकेट जारी करने की मांग कर रहे थे. 2013 में नगर निगम की ओर से सर्टिफिकेट को लेकर 598 तहबाजारियों की वीडियोग्राफी की गई थी, जिनमें से 368 तहबाजारियों की बायोग्राफी मौके पर ही पूरी कर दी गई थी.
तहबाजारी के फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड, स्थानीय पता व स्थायी पते की वेरिफिकेशन की गई थी, जिसके बाद नगर निगम शिमला की ओर से अब इन तहबाजारियों को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. नगर निगम की ओर से वेरिफिकेशन के लिए फार्म जारी किया गया था, जिसमें शिमला शहर के 1065 तहबाजारियों ने आवेदन किया था. इस वेरिफिकेशन में 250 तहबाजारी ही खरे उतर पाए हैं.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि तहबाजारियों को सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है और पहले चरण में 250 तहबाजारियों को सर्टिफिकेट दिए जाएंगे, जिसके बाद अन्य को भी सर्टिफिकेट जारी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि शहर के बाजारों में तहबाजारियों की समस्या काफी बढ़ गई है, जिससे लोगों का चलना मुश्किल हो रहा था. अवैध रूप से किसी भी तहबाजारी को बैठने नहीं दिया जाएगा.