शिमला: प्रदेश के स्कूलों में सरकार की ओर से शुरू की गई प्री प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को अब ट्रेंड टीचर ही शिक्षा देंगे. इसके लिए सबसे पहले समग्र शिक्षा की ओर से टीचरों की ट्रेनिंग करवाई जाएगी जिसके बाद वह ट्रेंड टीचर प्रदेश के जिन स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू की गई है वहां पर बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे.
समग्र शिक्षा विभाग की ओर से इसके लिए 3840 जेबीटी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा. कोविड-19 की वजह से शिक्षकों का यह प्रशिक्षण ऑनलाइन ही करवाया जाएगा जिसके लिए प्रदेश भर में 102 मास्टर ट्रेनर की टीम को पहले चरण में राज्य स्तर पर तैयार किया जाएगा. यही मास्टर ट्रेनर 3840 शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे.
शुक्रवार से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ भी कर दिया गया है प्रदेश शिक्षा सचिव ने इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिसमें समग्र शिक्षा अभियान परियोजना निदेशक आशीष कोहली, डॉ रुकमणी बनर्जी सीईओ प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन, सुमितिन विरध नेशनल हेड प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन, प्री प्राइमरी कोऑर्डिनेटर सीमा ठाकुर और अन्य कोर सदस्य शामिल हुए.
प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक राज्य परियोजना समग्र शिक्षा की ओर से दिया जाएगा. प्रशिक्षण में शिक्षण के लिए विभिन्न टेक्नोलॉजी के माध्यमों का उपयोग, दूरस्थ शिक्षा, डिजिटल सामग्री निर्माण के उपयोग और विपरीत परिस्थितियों में समुदाय के साथ आवश्यक तालमेल से पढ़ाई को सुचारू रखने जैसे अन्य विश्व को शामिल किया जाएगा.
शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन पर फोकस किया गया है. प्रदेश में पिछले 3 वर्षों से प्री प्राइमरी कक्षाएं चलाई जा रही हैं 2020-21 में स्कूलों में यह आंकड़ा 3840 हो गया है. उन्होंने कहा कि हर घर पाठशाला कार्यक्रम के तहत प्री प्राइमरी के बच्चों को प्रतिदिन ऑनलाइन शिक्षण सामग्री पहुंचाई जा रही है.
इसके साथ साथ समग्र शिक्षा प्री प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को रंग बिरंगी शिक्षण सामग्री घरों तक मुहैया करवाने की कार्य योजना पर भी काम कर रहा है ताकि स्कूल बंद होने की स्थिति में भी बच्चों की शिक्षा को सुचारू रखा जा सके.
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