शिमला: स्वच्छता रैंकिंग 2021 के लिए सर्वेक्षण 1 मार्च से 28 मार्च तक होगा. स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर शिमला नगर निगम ने भी कसरत शुरू कर दी है और स्वच्छता रैंकिंग में सुधार करने के लिए कवायद तेज कर दी है. गुरुवार को नगर निगम के आयुक्त पंकज राय ने निगम के सभी विभागों और जल निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की और राजधानी को पूरी तरह से स्वच्छ बनाकर टॉप टेन में जगह बनाने को लेकर चर्चा की गई.
स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां शुरू
इस दौरान खासकर शौचालय और पहाड़ियों को साफ सुथरा रखने को लेकर प्लान तैयार किया गया और लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए. नगर निगम ने लोगों से भी स्वच्छता सर्वेक्षण में भाग लेने और शहर को स्वच्छ रखने की अपील की है. नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि 1 मार्च से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हो रहा है इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बार टॉप टेन में शिमला शहर जगह बनाए इसके लिए प्रयास शुरू किए गए हैं.
शहर को साफ सुथरा रखने के साथ ही लोगों की सहभागिता बढ़ाने की कोशिश की जाएगी और लोगों से स्वच्छता एप डाउनलोड कर उसमें फीडबैक देने का आह्वान भी किया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि पिछली बार के मुकाबले इस बार अच्छी रैंकिंग शिमला शहर की आएगी. उन्होंने कहा कि शहर में दो सफाई मशीनें खरीदी गई हैं और शहर को डंपर फ्री कर दिया गया और घरों से ही कूड़ा उठाया जा रहा है.
2019 में शिमला की रैंकिंग में मिले थे 128 अंक
बता दें शिमला शहर के बीते वर्ष रैंकिंग में काफी सुधार किया था. 2020 में जहां स्वच्छता सर्वेक्षण में शिमला का स्थान देश भर में 65 में था. वहीं, 2019 में शिमला की रैंकिंग 128 अंक मिले थे. पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से शिमला स्वच्छता रैंकिंग में सुधार नहीं कर पा रहा है. पहाड़ियों में जगह जगह कूड़ा बिखरा रहता है जिससे स्वच्छता रैंकिंग पर असर पड़ रहा है.
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