शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हॉस्टल बंद होने की वजह से आम विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पुस्तकालय खोल दिए गए हैं. ऐसे में आम विद्यार्थियों की मांग है कि विश्वविद्यालय छात्रावासों को भी खोल दें, ताकि आम विद्यार्थियों को राहत मिल सके.
छात्रावास बंद होने की वजह से विद्यार्थियों को निजी कमरे किराए पर लेकर भारी भरकम रकम चुकानी पड़ रही है. प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर और दूरदराज क्षेत्र से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल का बंद होना परेशानी का सबब बन गया है.
भारी-भरकम किराया चुका रहे विद्यार्थी
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के छात्रावास बंद होने की वजह से विद्यार्थियों को निजी कमरों में भारी-भरकम किराया चुकाना पड़ रहा है. समरहिल के साथ लगते सांगटी, चक्कर और बालूगंज में विद्यार्थी 5 से 7 हजार तक का किराया चुका रहे हैं. ऐसे में विद्यार्थियों की प्रशासन से मांग है कि हॉस्टल को खोल विद्यार्थियों को राहत दी जाए.
प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना की वजह से अभिभावकों के सामने रोजगार को लेकर भी संकट पैदा हो गया है. ऐसे में निजी कमरों के किराए चुकाने से विद्यार्थियों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ रहा है.
संक्रमण के मामलों में इजाफा होने से बंद हुए हॉस्टल
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के करीब 14 छात्रावासों में हजारों की संख्या में विद्यार्थी रहते हैं, लेकिन बीते करीब डेढ़ साल से शिक्षण संस्थान बंद हैं. इस बीच कई विद्यार्थियों के शैक्षणिक सत्र भी खत्म हो चुके हैं. इस बीच नए सत्र के विद्यार्थियों को अब तक हॉस्टल नहीं मिले हैं. ऐसे में जो विद्यार्थी विभिन्न परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे हैं, वह मजबूरी में निजी कमरे लेकर रह रहे हैं.
कोरोना की पहली लहर के बाद विश्वविद्यालय की ओर से हॉस्टल को खोला गया था, लेकिन दूसरी लहर में संक्रमण के मामलों में इजाफा होने के बाद विश्वविद्यालय ने एक बार फिर हॉस्टल को बंद करने का फैसला लिया गया है.
विद्यार्थियों को राहत का इंतजार
कोरोना की वजह से शिक्षा का क्षेत्र बहुत अधिक प्रभावित हुआ है. इससे आम विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है. ऐसे में विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से राहत की दरकार है. विश्वविद्यालय की ओर से अगर छात्रावास खोलने का फैसला लिया जाता है, तो प्रदेश भर के सैकड़ों विद्यार्थियों को राहत मिलेगी.
शिक्षण संस्थान खुलने के बाद होगा हॉस्टल पर विचार
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के छात्रावासों को खोलने पर अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिल रही है. ऐसे में जल्द शिक्षण संस्थानों के खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. शिक्षण संस्थान खोलने के बाद जल्द ही हॉस्टल खोलने पर भी फैसला लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- HP BOARD 10th RESULT: पिछले दो सालों से बेहतर रहा इस बार का रिजल्ट, 99.7 प्रतिशत स्टूडेंट्स हुए प्रमोट