शिमला: पहाड़ों की रानी 12 हजार स्ट्रीट लाइटों से जगमगा रही है. शिमला में 80 फीसदी से ज्यादा क्षेत्र स्ट्रीट लाइट से कवर किए गए हैं. शहर के सभी वार्डों और झुग्गी झोपड़ियों में स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं.
हर महीने 25 लाख के बिजली बिल का भुगतान
नगर निगम ने शहर के सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइट के साथ ही हाई मास्क लाइट लगाई है. शहर की स्ट्रीट लाइट की देखरेख का जिम्मा निजी कंपनी को दिया गया है. नगर निगम हर महीने 25 लाख का बिजली बिल का भुगतान स्ट्रीट लाइट का करता है. नगर निगम ने शहर में सोलर लाइट लगाने का काम शुरू कर दिया है. शहर में एक हजार सोलर लाइट लगाई गई हैं जिससे नगर निगम को काफी बचत भी हो रही है. हालांकि अभी भी कुछ क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई हैं. इसके चलते इन क्षेत्रों में लोगों को अंधेरों में ही घर तक पहुंचना पड़ता है.
डिमांड आने पर तुरंत लगाई जाती है स्ट्रीट लाइट
नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली का कहना है कि लोगों की सुविधा के लिए शहर के सभी वार्डों में पर्याप्त मात्रा में स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं. जहां से भी पार्षदों की स्ट्रीट लाइट लगाने की डिमांड आ रही है, वहां पर लाइट लगाई जा रही है. शहर में इस समय 12 हजार के करीब स्ट्रीट लाइट हैं जिस पर हर महीने 25 लाख खर्चा आता है. स्ट्रीट लाइट के अलावा शहर में 25 हाई मास्क लाइट भी लगाई गई हैं और सभी वार्डों में हाई मास्क लाइट लगाई जाएगी ताकि लोगों को सुविधा मिल सके. स्मार्ट सिटी के तहत भी 500 और नई स्ट्रीट लाइट शहर के वार्डों में लगाई जाएंगी. उपायुक्त ने दावा किया कि शहर में सभी जगह पर स्ट्रीट लाइट की उचित व्यवस्था की गई है.
कसुम्पटी वार्ड में हाई मास्क लाइट लगाने की मांग
कसुम्पटी वार्ड के पार्षद राकेश चौहान का कहना है कि उनके वार्ड में स्ट्रीट लाइट की उचित व्यवस्था है. जिस जगह से स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग आती है, उसे नगर निगम को बताया जाता है. उन्होंने कहा कि वार्ड के कुछ एक क्षेत्र जो जंगल के साथ लगते हैं वहां पर स्ट्रीट लाइट नहीं हैं. इसे लेकर नगर निगम को अवगत करवा दिया गया है. इसके लिए एस्टीमेट पास हो गया है और जल्द ही वहां पर भी स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा वार्ड में हाई मास्क लाइट लगाने की भी मांग नगर निगम से की गई है.
खलीनी में 80 जगहों पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था
वहीं, खलीनी वार्ड के पार्षद पूरणमल ने कहा कि उनके वार्ड के 80 क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की गई है. कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर स्ट्रीट लाइट नहीं हैं और नगर निगम को स्ट्रीट लाइट लगाने को कहा गया है. निगम ने इन क्षेत्रों में लाइट लगाने को मंजूरी दे दी है. कंगना धार वार्ड की पार्षद रेनू का कहना है कि उनके क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट को लेकर उचित व्यवस्था है. जैसे ही लोगों की मांग स्ट्रीट लाइट लगाने की आती है उसी समय उन क्षेत्रों में लाइट की व्यवस्था की जाती है.
नगर निगम पर है 34 वार्डों की स्ट्रीट लाइट का जिम्मा
बता दें कि शिमला नगर निगम में 34 वार्ड हैं और शहर के सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था का जिम्मा नगर निगम का है. नगर निगम शहर में स्ट्रीट लाइट अपने पैसे से लगता है. अब स्मार्ट सिटी के तहत भी शहर में लाइट लगाई जा रही है. इसके अलावा बिजली के बिल से निजात पाने के लिए निगम सोलर लाइट भी लगवा रहा है.
लाइट न होने से बढ़ जाता है जंगली जानवरों का खतरा
कुफ्ताधार वार्ड के रहने वाले परमदेव ने कहा कि वार्ड के अंदर तो स्ट्रीट लाइट की उचित व्यवस्था है लेकिन वार्ड के आने-जाने वाले रास्तों पर लाइट न होने से परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि घर के लिए जंगल के रास्ते से गुजर कर जाना पड़ता है जिससे जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है. टूटीकंडी वार्ड के विनेश का कहना है कि उनके वार्ड में स्ट्रीट लाइट की पूरी व्यवस्था है. कुछ क्षेत्रों में लाइट नहीं थी लेकिन पार्षद के ध्यान में लाने के बाद वहां पर लाइट लगा दी गई है.
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