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हिमाचल में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के लिए 3 जून से 10 जिलों से शुरू होगा विशेष अभियान - हिमाचल प्रदेश न्यूज

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के जिला प्रशासन और सभी सीएमओ से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के आदेशों के बाद 3 जून से सभी जिलों में विशेष अभियान शुरू होगा. इसके लिए मेडिकल, पैरा मेडिकल और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम गठित की गई है जो को पंचायत स्तर तक जाकर कोरोना सैंपल लेंगी.

corona testing in Himachal, हिमाचल में कोरोना टेस्टिंग
फोटो.
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Published : Jun 2, 2021, 10:26 PM IST

शिमला/मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के जिला प्रशासन और सभी सीएमओ से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के आदेशों के बाद 3 जून से सभी जिलों में विशेष अभियान शुरू होगा. किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर कोरोना टेस्टिंग का यह अभियान सभी 10 जिलों में शुरू होगा.

इसके लिए मेडिकल, पैरा मेडिकल और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम गठित की गई है जो को पंचायत स्तर तक जाकर कोरोना सैंपल लेंगी. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों और चिकित्सा अधीक्षकों के साथ प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह आदेश जारी किए थे.

उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की रफ्तार कुछ कम हुई है लेकिन अब भी प्रभावी निगरानी के साथ-साथ टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की दोहरी रणनीति अपनाने को प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्त अपने जिलों में परीक्षणों की संख्या में वृद्धि करना सुनिश्चित करें.

करीब 11 हजार लोग होम आइसोलेशन में

प्रदेश में करीब 11 हजार लोग अभी भी होम आइसोलेशन में हैं. उनको बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके. इसके लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके साथ संपर्क में रहना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को राज्य के सभी 50 बिस्तरों या इससे अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति उपलब्ध करवाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.

मंडी जिला प्रशासन ने भी छेड़ा अभियान

वहीं, दूसरी तरफ मंडी जिला प्रशासन ने भी बड़ी पहल करते हुए जिले में 17 दिनों का कोरोना सैंपलिंग महाअभियान छेड़ा है. इसमें स्वास्थ्य विभाग की 33 टीमें जिला में हरेक पंचायत और शहरी निकायों में जाकर कोरोना की जांच करेगी. हर ब्लॉक में 3-3 टीमें जांच के लिए लगाई गई हैं, जो जिले में रोजाना 3500 से 4 हजार सैंपल लेंगी. यह अभियान 3 जून से 20 जून तक चलाया जाएगा. इन 17 दिनों में जिला की सभी 559 पंचायतें व शहरी निकाय कवर किए जाएंगे.

पंचायत स्तरीय कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स का अहम रोल होगा

उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि सैंपलिंग महाअभियान में ग्राम पंचायत प्रधानों के नेतृत्व में बनाई गईं पंचायत स्तरीय कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स का अहम रोल होगा. ये अपने वहां सैंपलिंग महाअभियान के सुचारू संचालन का जिम्मा देखेंगी.

बता दें कि प्रदेश सरकार ने पंचायत स्तरीय कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स के गठन को लेकर आदेश जारी किए थे. हर पंचायत में ग्राम पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में बनी इस टीम में संबंधित पंचायत के वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव व सहायक, पटवारी, पंचायत में आने वाली पीएचसी के चिकित्सा अधिकारी, आयुर्वेद विभाग के कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत में रहने वाले कोई शिक्षक, नेहरू युवा केंद्रों, युवक मंडलों, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य इत्यादि शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- ETV इम्पैक्ट: अब सीधे बिलासपुर अस्पताल पहुंची केंद्र की मदद, जेपी नड्डा के बेटे को देना पड़ा दखल

शिमला/मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के जिला प्रशासन और सभी सीएमओ से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के आदेशों के बाद 3 जून से सभी जिलों में विशेष अभियान शुरू होगा. किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर कोरोना टेस्टिंग का यह अभियान सभी 10 जिलों में शुरू होगा.

इसके लिए मेडिकल, पैरा मेडिकल और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम गठित की गई है जो को पंचायत स्तर तक जाकर कोरोना सैंपल लेंगी. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों और चिकित्सा अधीक्षकों के साथ प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह आदेश जारी किए थे.

उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की रफ्तार कुछ कम हुई है लेकिन अब भी प्रभावी निगरानी के साथ-साथ टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की दोहरी रणनीति अपनाने को प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्त अपने जिलों में परीक्षणों की संख्या में वृद्धि करना सुनिश्चित करें.

करीब 11 हजार लोग होम आइसोलेशन में

प्रदेश में करीब 11 हजार लोग अभी भी होम आइसोलेशन में हैं. उनको बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके. इसके लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके साथ संपर्क में रहना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को राज्य के सभी 50 बिस्तरों या इससे अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति उपलब्ध करवाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.

मंडी जिला प्रशासन ने भी छेड़ा अभियान

वहीं, दूसरी तरफ मंडी जिला प्रशासन ने भी बड़ी पहल करते हुए जिले में 17 दिनों का कोरोना सैंपलिंग महाअभियान छेड़ा है. इसमें स्वास्थ्य विभाग की 33 टीमें जिला में हरेक पंचायत और शहरी निकायों में जाकर कोरोना की जांच करेगी. हर ब्लॉक में 3-3 टीमें जांच के लिए लगाई गई हैं, जो जिले में रोजाना 3500 से 4 हजार सैंपल लेंगी. यह अभियान 3 जून से 20 जून तक चलाया जाएगा. इन 17 दिनों में जिला की सभी 559 पंचायतें व शहरी निकाय कवर किए जाएंगे.

पंचायत स्तरीय कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स का अहम रोल होगा

उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि सैंपलिंग महाअभियान में ग्राम पंचायत प्रधानों के नेतृत्व में बनाई गईं पंचायत स्तरीय कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स का अहम रोल होगा. ये अपने वहां सैंपलिंग महाअभियान के सुचारू संचालन का जिम्मा देखेंगी.

बता दें कि प्रदेश सरकार ने पंचायत स्तरीय कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स के गठन को लेकर आदेश जारी किए थे. हर पंचायत में ग्राम पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में बनी इस टीम में संबंधित पंचायत के वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव व सहायक, पटवारी, पंचायत में आने वाली पीएचसी के चिकित्सा अधिकारी, आयुर्वेद विभाग के कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत में रहने वाले कोई शिक्षक, नेहरू युवा केंद्रों, युवक मंडलों, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य इत्यादि शामिल हैं.

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