शिमला: हिमाचल में अनलॉक-1 में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में सरकार ने भी लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर ऐहतियात बरतने की अपील की हैं. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी में भी कोरोना के लिए बनाए गए नियमों का लोगों से पालन करवाने की कोशिश की जा रही है.
आइजीएमसी शिमला में गेट से लेकर वार्डों, ओपीडी तक ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं और साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. मुख्य गेट पर सुरक्षा कर्मी लोगों को बिना काम के परिसर में नहीं जाने दे रहे हैं, साथ ही इलाज करवाने आए मरीजों को गेट पर स्कैनिंग कर पर्ची बनाने के लिए कहा जाता है. इसके चलते अस्पताल में पर्ची बनाने के लिए सड़क पर ही लंबी कतारें लग जाती है. इन कतारों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग की खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं.
इसके अलावा कई बार लोग अपनी बारी के लिए सुरक्षा कर्मी के साथ भिड़ जाते हैं. चिकित्सक के कमरे के बाहर मरीजों और तीमारदारों की भीड़ होने पर अस्पताल प्रशासन ने लोगों को नियमों का पालन करने की अपील की है.
आइजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि ओपीडी के खुलने से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग खुद भूलते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को छूट दी है, लेकिन कोरोना ने कोई छूट नहीं दी है. ऐसे में एहतियात न बरतने पर लोग कोरोना से संक्रमित हो जाएंगे.
एमएस डॉ. जनक राज ने कहा कि शहर का जिला अस्पताल रिपन अब कोविड अस्पताल बनाया गया है. इसके कारण अब आइजीएमसी में ही सारे मरीज इलाज के लिए जाते हैं, जिससे मरीजों की ज्यादा भीड़ लगने लगी है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने की अपील की है.
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