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SJVN-REC MOU: पावर सेक्टर में एसजेवीएनएल को मिलेगी उड़ान, ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 50 हजार करोड़ तक फाइनेंस करेगा आरईसी, एमओयू साइन

एसजेवीएनएल के लिए ऊर्जा सेक्टर में क्रांति लाई जाएगी. ऊर्जा परियोजनाओं को लेकर एसजेवीएनएल और आरईसी में एमओयू साइन किया गया है. इसके तहत देश को 24X7 बिजली मिलने का केंद्र का सपना भी पूरा हो जाएगा. (SJVN-REC MOU in Himachal)

SJVN signs MoU with REC for power projects.
ऊर्जा परियोजनाओं को लेकर एसजेवीएनएल और आरईसी में एमओयू साइन.
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Published : Jul 22, 2023, 7:41 AM IST

शिमला: सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड यानी एसजेवीएनएल के लिए उर्जा सेक्टर में नई उड़ान का दौर आया है. उर्जा परियोजनाओं में फाइनेंस को लेकर एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है. एसजेवीएनएल ने आरईसी यानी रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन लिमिटेड के साथ एमओयू साइन किया है.

देश को मिलेगी 24X7 बिजली! इस समझौता ज्ञापन के तहत आरईसी एसजेवीएनएल 50,000 करोड़ रुपए तक का वित्तपोषण करेगा. इस एमओयू से आने वाले समय में केंद्र सरकार के सभी देशवासियों को 24X7 बिजली प्रदान करने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी. इस एमओयू को लेकर एसजेवीएनएल के सीएमडी नंदलाल शर्मा ने शिमला में उपरोक्त जानकारी दी.

SJVN को फाइनेंस करेगा REC: एसजेवीएनएल के सीएमडी नंदलाल शर्मा ने बताया कि आरईसी ऊर्जा के पारंपरिक और नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों पर आधारित नए पावर स्टेशन स्थापित करने के लिए फाइनेंस करेगा. आरईसी बैटरी स्टोरेज, ई-वाहन, ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया, हाइड्रोजन सेल स्टोरेज, ग्रीन प्रोजेक्ट्स की निर्माण इकाइयों जैसी नई प्रौद्योगिकी परियोजनाओं की स्थापना में भी वित्तीय सहायता करेगा. एमओयू में निकासी एवं ट्रांसमिशन परियोजनाओं का निर्माण शामिल है. इसके अलावा एमओयू में वर्तमान ट्रांसमिशन प्रणाली को भी मजबूत करने का प्रावधान है.

'इंजन बूस्टर का काम करेगा SJVN-REC MOU': सीएमडी नंदलाल शर्मा ने कहा कि आरईसी के साथ यह एमओयू एसजेवीएन के विकास इंजन के लिए बूस्टर का काम करेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान दशक के अंत तक एसजेवीएनएल 25 गीगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल करने के प्रति आश्वस्त है. इस लक्ष्य में से आधे से अधिक नवीकरणीय संसाधनों से हासिल किया जाना निर्धारित है. उन्होंने बताया कि 54,327 मेगावाट के कुल परियोजना पोर्टफोलियो के साथ एसजेवीएनएल साल 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और साल 2040 तक 50000 मेगावाट विद्युत उत्पादन वाली कंपनी होने के अपने साझा विजन को हासिल करने के लिए प्रयास कर रहा है.

एसजेवीएनएल के इस साझा विजन को साल 2030 तक नॉन फॉसिल फ्यूल आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50 प्रतिशत ऊर्जा उत्पादन की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप तैयार किया गया है. उल्लेखनीय है कि एसजेवीएनएल केंद्र सरकार की एक मिनी नवरत्न कंपनी है. ऊर्जा सेक्टर में एसजेवीएनएल 1500 मेगावाट के नाथपा-झाकड़ी पावर प्रोजेक्ट सहित देश और विदेश में कई परियोजनाओं का संचालन करने के साथ-साथ नई परियोजनाएं भी स्थापित कर रहा है.

ये भी पढे़ं: Imposition Of Water Cess: केंद्र ने राज्यों से जल उपकर वापस लेने को कहा, बताया 'अवैध'

शिमला: सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड यानी एसजेवीएनएल के लिए उर्जा सेक्टर में नई उड़ान का दौर आया है. उर्जा परियोजनाओं में फाइनेंस को लेकर एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है. एसजेवीएनएल ने आरईसी यानी रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन लिमिटेड के साथ एमओयू साइन किया है.

देश को मिलेगी 24X7 बिजली! इस समझौता ज्ञापन के तहत आरईसी एसजेवीएनएल 50,000 करोड़ रुपए तक का वित्तपोषण करेगा. इस एमओयू से आने वाले समय में केंद्र सरकार के सभी देशवासियों को 24X7 बिजली प्रदान करने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी. इस एमओयू को लेकर एसजेवीएनएल के सीएमडी नंदलाल शर्मा ने शिमला में उपरोक्त जानकारी दी.

SJVN को फाइनेंस करेगा REC: एसजेवीएनएल के सीएमडी नंदलाल शर्मा ने बताया कि आरईसी ऊर्जा के पारंपरिक और नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों पर आधारित नए पावर स्टेशन स्थापित करने के लिए फाइनेंस करेगा. आरईसी बैटरी स्टोरेज, ई-वाहन, ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया, हाइड्रोजन सेल स्टोरेज, ग्रीन प्रोजेक्ट्स की निर्माण इकाइयों जैसी नई प्रौद्योगिकी परियोजनाओं की स्थापना में भी वित्तीय सहायता करेगा. एमओयू में निकासी एवं ट्रांसमिशन परियोजनाओं का निर्माण शामिल है. इसके अलावा एमओयू में वर्तमान ट्रांसमिशन प्रणाली को भी मजबूत करने का प्रावधान है.

'इंजन बूस्टर का काम करेगा SJVN-REC MOU': सीएमडी नंदलाल शर्मा ने कहा कि आरईसी के साथ यह एमओयू एसजेवीएन के विकास इंजन के लिए बूस्टर का काम करेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान दशक के अंत तक एसजेवीएनएल 25 गीगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल करने के प्रति आश्वस्त है. इस लक्ष्य में से आधे से अधिक नवीकरणीय संसाधनों से हासिल किया जाना निर्धारित है. उन्होंने बताया कि 54,327 मेगावाट के कुल परियोजना पोर्टफोलियो के साथ एसजेवीएनएल साल 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और साल 2040 तक 50000 मेगावाट विद्युत उत्पादन वाली कंपनी होने के अपने साझा विजन को हासिल करने के लिए प्रयास कर रहा है.

एसजेवीएनएल के इस साझा विजन को साल 2030 तक नॉन फॉसिल फ्यूल आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50 प्रतिशत ऊर्जा उत्पादन की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप तैयार किया गया है. उल्लेखनीय है कि एसजेवीएनएल केंद्र सरकार की एक मिनी नवरत्न कंपनी है. ऊर्जा सेक्टर में एसजेवीएनएल 1500 मेगावाट के नाथपा-झाकड़ी पावर प्रोजेक्ट सहित देश और विदेश में कई परियोजनाओं का संचालन करने के साथ-साथ नई परियोजनाएं भी स्थापित कर रहा है.

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