शिमलाः प्रदेश सरकार ने जिला शिमला और चूड़धार क्षेत्र में एशिया का प्रथम पर्वतीय संस्थान स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया. हेल्थ केयर कंपनी विशेषज्ञ पर्वतीय स्वास्थ्य टीम है, जिन्हें भारतीय सशस्त्र सेना के जरिए प्रशिक्षित किया गया है. यह वर्ष 2009 से अधिक ऊंचाई वाली धार्मिक यात्रा जैसे अमरनाथ, कैलाश मानसरोवर, केदारनाथ, मणिमहेश और उत्तराखंड बाढ़ व नेपाल भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है.
बैठक में कम्पनी के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी डाॅ. प्रदीप भारद्वाज और सदस्यों मेजर जनरल अतुल कौशिक व शौविक चन्द्र दत्ता ने इस संस्थान को स्थापित करने का प्रस्ताव दिया. मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकार शिमला और सिरमौर जिलों में इस संस्थान को स्थापित करने के लिए भूमि खरीद के लिए सहयोग प्रदान करेगी. उन्होंने कैलाश मणिमहेश यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सिक्स सिगमा स्वास्थ्य देखभाल की टीम के प्रयासों की सराहना की. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों और धार्मिक यात्राओं में गुणवत्ता सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
संस्थान के क्रियाशील होने पर 727 युवाओं को उपलब्ध होगा रोजगार
डाॅ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि इस संस्थान के क्रियाशील होने के उपरांत 727 युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा. संस्थान का उद्देश्य अधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में ऐलोपेथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद, न्यूरोपैथी, योग में सभी प्रकार के शोध विकसित करना और पर्वतीय चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञों को शिक्षित करना है.
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