शिमला: अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की राज्य कमेटी ने हिमाचल प्रदेश के एकमात्र मातृ एवं शिशु अस्पताल में एक बिस्तर के ऊपर तीन महिलाओं को भर्ती करने पर कड़ी निंदा की है.
महिला समिति राज्य सचिव फालमा चौहान ने कहा कि है कि सरकार और कमला नेहरू अस्पताल प्रशासन को महिलाओं में होने वाले संक्रमण की परवाह नहीं है. सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय को कोविड-19 के लिए डेडिकेटेड करने के बाद सभी गर्भवती महिलाओं और दूसरे रोगों की महिला मरीजों ने कमला नेहरू अस्पताल की ओर रुख किया है, जिसके चलते वहां पर महिला मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
महिला समिति ने पहले ही राज्य सरकार को और कमला नेहरू अस्पताल के प्रशासन को आगाह कर दिया था कि कोविड-19 के लिए महिला मरीजों के लिए कोई दूसरा अस्पताल देखा जाना चाहिए. आज महामारी के प्रकोप के कारण जिस तरीके से वहां पर महिलाओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए अस्पताल प्रशासन और सरकार जिम्मेवार है.
हिमाचल प्रदेश में दिन-प्रतिदिन कोविड-19 के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जिसके चलते महिलाएं अपना इलाज ढंग से नहीं कर पा रही हैं. इसलिए अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति प्रदेश सरकार से मांग करती है कि महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार को अभी भी निर्णय लेना चाहिए कि कोविड-19 से ग्रसित महिला मरीजों के लिए दूसरा अस्पताल देखने की जरूरत है ताकि इस अस्पताल में गर्भवती महिलाओं और गायनी की दूसरी मरीजों का इलाज हो सके.
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