शिमला: प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी संस्थानों को डिनोटिफाई करने के मामले पर शिमला में जिला परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ. भाजपा समर्थित सदस्यों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता में आते ही बदले की भावना से काम करते हुए लोगों की मांग पर खुले संस्थानों को बंद कर दिया है. इससे आम लोगों को परेशानी हो रही है. भाजपा सदस्यों का आरोप था कि कांग्रेस ने बिना कुछ सोचे और जांच किए ही संस्थानों को बंद कर दिया है. (Shimla Zilla Parishad meeting)
जिला परिषद सदस्य भारती जनारथा और अनिल कालटा ने कहा है कि संस्थानों को बंद करना सिर्फ यह दर्शाता है कि कांग्रेस की सरकार बदले की भावना से ही काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए ब्लॉक स्तर पर कई संस्थान खोले गए थे और उसे लोगों को काफी फायदा भी हो रहा था. कई जगह काम दफ्तरों में शुरू हो गया था, लेकिन इस सरकार ने वह बंद कर दी है. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से इन सभी विभागों को जल्द खोलने की मांग की है.
जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार ने संस्थान बंद किए हैं. जिससे कांग्रेस के सदस्य भी नाराज हैं. डोडरा क्वार से जिला परिषद सदस्य मोनिता चौहान ने कहा है कि वे सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन उनका क्षेत्र दूरदराज का है वहां पर संस्थान बंद कर दिए. इससे लोगों को परेशानी होगी. उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि इन संस्थानों को खोलने के लिए दोबारा से फैसला लिया जाए. (Denotify Institution issue discussed in meeting) (Zilla Parishad meeting in Shimla)
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